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सिविल अस्पताल बरनाला की मोबाइल वैन मालेरकोटला न भेजी जाए : भाकियू

भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा ने सिविल अस्पताल बरनाला की गांवों में सेवाएं प्रदान कर रही मोबाइल वैन को मालेरकोटला न भेजने की मांग की है।

By JagranEdited By: Updated: Thu, 07 Apr 2022 05:32 PM (IST)
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सिविल अस्पताल बरनाला की मोबाइल वैन मालेरकोटला न भेजी जाए : भाकियू

संवाद सूत्र, बरनाला

भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा ने सिविल अस्पताल बरनाला की गांवों में सेवाएं प्रदान कर रही मोबाइल वैन को मालेरकोटला न भेजने की मांग की है। वीरवार को मोबाइल वैन को मालेरकोटला न भेजने संबंधी भाकियू एकता डकौंदा का प्रतिनिधिमंडल प्रांतीय प्रेस सचिव बलवंत सिंह उप्पली की अगुआई में शिक्षामंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर से मिलने गया। शिक्षामंत्री के चंडीगढ़ होने के चलते दफ्तर में मौजूद पीए रोहित को समस्या से अवगत करवाते हुए मोबाइल वैन को मालेरकोटला न भेजने की मांग की।

गौर हो कि 137 गांवों में रहते लोगों को दो मोबाइल वैनों के माध्यम से मेडिकल सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। इन मेडिकल मोबाइल वैनों में डाक्टर से लेकर टेस्ट आदि की सुविधा उपलब्ध है। भाकियू एकता डकौंदा के जिला सचिव गुरदेव सिंह मांगेवाल, बाबू सिंह खुड्डी कलां ने बताया कि बेशक शिक्षमंत्री मीत हेयर के पीए ने तुरंत सिविल सर्जन को फोन करके मोबाइल वैन मालेरकोटला न भेजने की हिदायत कर दी है कितु बरनाला जिले में बड़े स्तर पर जिला अस्पताल सहित प्राइमरी हेल्थ सेंटरों व डिस्पेंसरियों में डाक्टर व मेडिकल कर्मियों की कमी है जिस कारण आम गरीब किसान-मजदूर सरकारी सेहत सुविधाओं से वंछित रह जाते हैं। नेताओं ने मांग की कि अस्पताल में डाक्टरों सहित अन्य कर्मचारियों के रिक्त पदों को तुरंत भरा जाए। उन्होंने कहा कि यदि सिविल अस्पताल बरनाला की मोबाइल वैन को जबरदस्ती मालेरकोटला भेजने की कोशिश की गई तो संघर्ष करने से गुरेज नहीं किया जाएगा। मालेरकोटला के लिए अलग से नई मोबाइल वैन भेजकर सेवाएं प्रदान की जाएं। इस मौके गोपाल कृष्ण, केहर सिंह, सुखविदर सिंह, जसपाल चीमा, गुरमीत सिंह, सुशील कुमार आदि उपस्थित थे।