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विकास की राह पर ट्राइसिटी, मेट्रो निर्माण से होगा कायाकल्प; बनवारी लाल ने राइट्स की DPR-AAR रिपोर्ट को दी मंजूरी

ट्राईसिटी में मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर बीते छह अक्टूबर को प्रारंभिक रिपोर्ट को लेकर हुई बैठक में सुझावों के बाद रिपोर्ट को यूटी प्रशासक और पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने भी मंजूरी दे दी है। अब राइट्स कंपनी फाइनल डीपीआर पर काम शुरू कर देगी। मेट्रो प्रोजेक्ट की प्रारंभिक रिपोर्ट में पंजाब हरियाणा के सुझावों की रिपोर्ट को मंजूरी मिल गई है।

By Jagran NewsEdited By: Preeti GuptaUpdated: Wed, 11 Oct 2023 01:46 PM (IST)
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बनवारी लाल ने DPR व AAR रिपोर्ट को दी मंजूरी

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। Metro Project in Chandigarh:  ट्राईसिटी में मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर बीते छह अक्टूबर को प्रारंभिक रिपोर्ट को लेकर हुई बैठक में सुझावों के बाद रिपोर्ट को यूटी प्रशासक और पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने भी मंजूरी दे दी है।

प्रशासक की अनुमति के बाद राइट्स कंपनी फाइनल डीपीआर पर काम शुरू कर देगी। जानकारी के अनुसार प्रशासक से प्रारंभिक संसोधित रिपोर्ट को मंजूरी के बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) और अल्टनेटिव एनालिसिस रिपोर्ट(एएआर) की फाइनल रिपोर्ट तैयार करने के लिए राइट्स कंपनी को हरी झंडी मिल गई है।

मेट्रो प्रोजेक्ट की दी पूरी जानकारी

इसी हफ्ते रिपोर्ट को राइट्स कंपनी को भेज दिया जाएगा। प्रशासक को भेजी गई रिपोर्ट में यूटी एडवाइ्जर डॉ.धर्मपाल की अध्यक्षता में पंजाब और हरियाणा सरकार के उच्च अधिकारियों द्वारा मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर दिए गए सुझावों को शामिल किया गया था।

प्रशासक को भेजी गई रिपोर्ट में राइट्स कंपनी की ओर से दी गई प्रेजेंटेशन के बारे में विस्तार से बताया गया था। साथ ही मेट्रो के लिए स्टडी एरिया, कोरिडोर के लिए जमीन, मेट्रो रेल पॉलिसी के फीचर, मास रेपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम और प्रोजेक्ट के पूरे शेड्यूल के बारे में बताया गया। प्रशासक के सलाहकार डॉ धर्मपाल ने 6 अक्टूबर को हुई बैठक के बारे में विस्तार से जानकारी दी। सिटी प्रशासन के कुछ अन्य उच्च अधिकारी भी बैठक में मंगलवार को मौजूद थे।

रेलवे स्टेशन का नया प्लान भी राइट्स की स्टडी में शामिल होगा

मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर तैयार संसोधित प्रारंभिक रिपोर्ट में राइट्स को चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन के रिडेवलेपमेंट प्लान को मास रेपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम नेटवर्क में शामिल करने को कहा गया है। राइट्स ने भी इस मामले में कहा कि वह एमआरटीएस प्लानिंग में इसका खास ध्यान रखेगी।

यूटी एडवाइजर की ओर से राइट्स को सुझाव दिया गया है कि डीपीआर और एएआर तैयार करते हुए प्राइमरी डाटा और जानकारियों के लिए चंडीगढ़, मोहाली और पंचकूला के नोडल ऑफिसर के साथ तालमेल बनाकर इक्कठा किया जाए।

हरियाणा के इन सुझावों पर भी काम होगा

राइट्स की प्रारंभिक रिपोर्ट को लेकर हुई बैठक में हरियाणा के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी और हरियाणा मास रेपिड ट्रांसपोर्ट कार्पोरेशन(एचएमआरटी) की ओर से दिए गए सुझावों को भी फाइनल डीपीआर में शामिल किया जाएगा।

हरियाणा का सुझाव है कि कोरिडोर-1 मध्यमार्ग (चंडीगढ़) रेलवे स्टेशन लाइट प्वाइंट-कलाग्राम से कमांड हॉस्पिटल को आने वाले मेट्रो ट्रेक को महेशपुर रोड,आईएसबीटी पंचकूला सेक्टर-20-पंचकूला एक्सटेंशन के साथ लिंक किया जाए।

ये भी सुझाव दिए गए

हरियाणा के अधिकारियों ने राइट्स को एमआरटीएस डिपो के लिए प्रयोग होने वाली जमीन का बेहतर ढंग से इस्तेमाल को लेकर भी कुछ सुझाव दिए हैं। रिपोर्ट में चंडीगढ़ के चीफ इंजीनियर की ओर से कोरिडोर-2 के तहत सुखना लेक को सेक्टर-17 हिमालय मार्ग की जगह वाया जनमार्ग से जोड़ा जाए का सुझाव दिया, जिसपर कमेटी के सभी सदस्यों ने आम सहमति दे दी।

हेरिटेज सेक्टरों में अंडर ग्राउंड हो मेट्रो, दोनों विकल्प पर होगी स्टडी

मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर यूटी चीफ आर्किटेक्ट की ओर से सुझाव दिया है कि चंडीगढ़ के हेरिटेज सेक्टरों में एमआरटीएस नेटवर्क को अंडरग्राउंड का विकल्प तलाशना चाहिए। राइट्स की ओर से इस मामले में बताया गया कि हिमाचल मार्ग, मध्य मार्ग और जन मार्ग में एलिवेटेज एमआरटीएस को प्लान किया जा सकता है।

जो कि अंडर ग्राउंड से एक तिहाई कम लागत में तैयार होगा। इस मामले में यूटी एडवाइजर और ट्रांसपोर्ट सेक्रेटरी की ओर से राइट्स कंपनी को डीपीआर में प्रोजेक्ट के एलिवेटेड और अंडरग्राउंड दोनों विकल्प पर रिपोर्ट देने को कहा गया है। साथ ही इसपर होने वाले खर्च की स्टडी भी मांगी गई है।

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विकास मार्ग और पूर्व मार्ग को एलिविटेड बनाने का सुझाव

चीफ आर्किटेक्ट की ओर से अपने सुझावों में एमआरटीएस कोरिडोर-3 जिसमें विकास मार्ग और पूर्व मार्ग शामिल है उसे इलेविटेड बनाने का सुझाव दिया गया है। राइट्स ने ग्रेन मार्केट सेक्टर-39 के पास डिपो का सुझाव दिया है। यूटी प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि इस मामले में पहले जमीन की उपलब्धता को लेकर स्टडी किया जाएगा, जिसके बाद इसे राइट्स अपनी फाइनल रिपोर्ट में शामिल करेगी। उधर मेट्रो को लेकर पंजाब के मोहाली के सेक्टर-87 इंडस्ट्रियल एरिया फेज-2,जेएलपीएल इंडस्ट्रियल एरिया में डिपो को लेकर पंजाब सरकार ने जमीन देने पर सहमति दी है।

पंजाब ने सेक्टर-47 से एयरपोर्ट की मांगी कनेक्टिविटी

चीफ टाउन प्लानर पंजाब की ओर से राइट्स की ओर से एमआरटीएस नेटवर्क में सेक्टर-47(विकास मार्ग) चंडीगढ़ से चंडीगढ़ एयरपोर्ट को वाया मोहाली रेलवे स्टेशन से जोड़ने का सुझाव दिया गया है। इस प्रस्ताव पर भी सहमति बनी है साथ ही मोहाली रेलवे स्टेशन को बस सर्विस से जोड़ा जाएगा, ताकि ट्रेवल टाइम को कम किया जा सकेगा।

क्या बोले डॉ. धर्मपाल ?

डॉ. धर्मपाल (प्रशासक के सलाहकार चंडीगढ़) ने कहा कि मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर राइट्स कंपनी की ओर से पेश की गई प्रारंभिक रिपोर्ट को सुझावों के साथ प्रशासक की ओर से मंजूरी मिल गई है। जल्दी आगे की कार्रवाई के लिए राइट्स कंपनी को निर्देश जारी कर दिए जाएंगे।

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