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चंडीगढ़ की पहली जीरो वेस्ट मॉर्डन फूड स्ट्रीट, प्लास्टिक और कचरे पर पूरी तरह लगाम; 1 अक्टूबर को होगा उद्घाटन

चंडीगढ़ की पहली जीरो वेस्ट मॉर्डन फूड स्ट्रीट (First Zero Waste Modern Food Street) पर्यावरण संरक्षण और स्वस्थ भोजन विकल्पों को बढ़ावा देने के लिए तैयार है। प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध गैर-मोटर चालित यातायात और रिसाइकिलिंग के सिद्धांतों के साथ यह फूड स्ट्रीट एक अनूठा अनुभव प्रदान करेगी। अक्टूबर के अंत तक शहर को यह मॉडल फूड स्ट्रीट मिल जाएगी।

By Jagran News Edited By: Prince Sharma Updated: Tue, 17 Sep 2024 07:55 PM (IST)
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जीरो वेस्ट की ओर निगम का कदम, डोर टू डोर दिए जाएंगे ठोस

बलवान करिवाल, चंडीगढ़। कूड़ा, इसका प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण शहरों के लिए बड़ी समस्या बन गई है। इन सभी बातों का समाधान चंडीगढ़ में आकार ले रही पहली जीरो वेस्ट मॉर्डन फूड स्ट्रीट है। पहले गंदी दिखने वाली और स्वास्थ्य मानकों पर खरी नहीं उतरने वाली सेक्टर-15 की यह फूड स्ट्रीट को अलग पहचान मिलने जा रही है।

इसका कारण यह है कि इस जीरो वेस्ट मॉर्डन फूड स्ट्रीट में प्लास्टिक पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी। एक स्थायी और पर्यावरण के अनुकूल स्थान बनाने के लिए यहां केवल गैर-मोटर चालित यातायात को ही मंजूरी दी गई है। कोई मोटर चालित वाहन यहां नहीं आ सकता। यहां समर्पित साइकिल ट्रैक बनाया गया है।

रिड्यूज, रियूज और रिसाइकिल के सिद्धांत को अपनाते हुए कार्य होगा। खाने पीने के लिए मिट्टी और स्टील के बर्तनों का ही प्रयोग होगा। किसी तरह के डिस्पोजेबल यहां नहीं दिखेंगे। जो गंदगी का सबसे बड़ा कारण है। कुछ अपशिष्ट बचेगा भी तो उसको कंपोस्ट में बदला जाएगा।

भारत सरकार के नेशनल हेल्थ मिशन के तहत इस प्रोजेक्ट को 1.17 करोड़ का फंड मिला है। इस फंड से चंडीगढ़ स्मार्ट सिटी लि. ने इस पुरानी फूड स्ट्रीट को जीरो वेस्ट मॉर्डन फूड स्ट्रीट का रूप दिया है। फूड स्ट्रीट का काम 80 से 90 प्रतिशत काम पूरा भी हो चुका है।

अब केवल दुकानों पर विशिष्ट साइनेज वाले डिस्प्ले बोर्ड लगने और एक दो काम बाकी है। इसके बाद फूड स्ट्रीट का उद्घाटन हो जाएगा। अक्टूबर के आखिर तक शहर को मॉर्डन जीरो वेस्ट फूड स्ट्रीट मिल जाएगी। उद्घाटन के लिए तिथि निर्धारित की जा रही है।

ये है खासियत

स्वस्थ भोजन विकल्पों को बढ़ावा देना,अपशिष्ट को कम करना और पर्यावरण के अनुकूल माहौल प्रदान किया जाएगा। पुनर्जीवित फूड मार्केट होगी जहां जीरो प्लास्टिक, दिव्यांगों के लिए अनुकूल और केवल नान मोटर्राइज्ड वाहनों के लिए होगी। यह केवल रेजिडेंटस और विजिटर्स को जीवंत और आकर्षक स्थान उपलब्ध नहीं कराएगी बल्कि इको फ्रेंडली प्रेक्टिस और हेल्दी फूड च्वाइस को भी बढ़ावा देगी। यह सेक्टर-15 के सौंदर्यीयकरण को भी बढ़ाएगी।

फूड स्ट्रीट की ऐसे बदली सूरत

पुरानी फूड स्ट्रीट की फ्लोरिंग का पुनर्निर्माण किया गया है। शेड के साथ बेंच बनाए गए हैं। विशिष्ट साइनेज वाले डिस्प्ले बोर्ड, समर्पित साइकिल ट्रैक, सजावटी लाइट्स, लैंडस्केपिंग वर्क, सीसीटीवी कैमरा से सुरक्षा, सौंदर्यीयकरण, कूड़े के उचित प्रबंधन के लिए अलग-अलग कूड़ेदान और लोगों की सुविधा के लिए वाटर एटीएम की सुविधा रहेगी। शौचालय के बाहरी स्वरूप को भी सुंदर बनाया गया है।

फूड स्ट्रीट पर ली कार्बूजिए की छाप

चंडीगढ़ को आकार देने वाले आर्किटेक्ट ली कार्बूजिए की छाप भी फूड स्ट्रीट पर दिखेगी। फूड स्ट्रीट में सजावटी लाइट और ट्रैक लाइट वैसी ही लगाई गई हैं जैसी ली कार्बूजिए ने सुखना लेक के लिए डिजाइन की थी। सुखना लेक पर ओवर हेड लाइट्स की बजाए जमीन पर खास कंक्रीट स्ट्रक्टर में लाइट लगाई गई हैं। यहां फूड स्ट्रीट पर भी ऐसी लाइट लगाई गई हैं।

पहले इस फूड स्ट्रीट में पानी का कनेक्शन तक नहीं था। इधर-उधर से पानी लेते थे। इन्हें पानी का कनेक्शन देने के साथ कामर्शियल सीवरेज लाइन डाली गई। अब माडर्न फूड स्ट्रीट जीरो वेस्ट का काम अंतिम चरण में है। कमिश्नर से मिलकर बाकी काम जल्द पूरा कराकर उद्घाटन के लिए आग्रह करेंगे।

-सौरभ जोशी, एरिया पार्षद।

पहली जीरो वेस्ट मॉर्डन फूड स्ट्रीट का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। समय की जरूरत को देखते हुए यह फूड स्ट्रीट बनाई गई है। जीरो वेस्ट, प्लास्टिक मुक्त, दिव्यांग फ्रेंडली, नान मोटर्राज्ड वाहनों को बढ़ावा देने और सौंदर्यीयकरण से यह फूड स्ट्रीट एक उदाहरण बनेगी।इस पहल को सफल बनाने की जिम्मेदारी दुकानदारों, रेजिडेंट्स और विजिटर्स सभी की होगी। जीरो वेस्ट प्रेक्टिस के लिए दुकानदारों को ट्रेनिंग देंगे। प्लास्टिक का प्रयोग रोकने के लिए सख्ती भी करेंगे।

-विनय प्रताप सिंह, कमिश्नर, नगर निगम, चंडीगढ़।