अब सुरक्षा होगी और भी मजबूत, देश का पहला साइबर सुरक्षा केंद्र चंडीगढ़ IAF में बनकर हुआ तैयार; जल्द होगी शुरुआत
चंडीगढ़ के सेक्टर-18 स्थित एयरफोर्स हेरिटेज सेंटर के भवन में देश का पहला साइबर सुरक्षा केंद्र बनकर तैयार हो चुका है। जल्द इसकी शुरुआत होगी। चंडीगढ़ प्रशासन ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के साथ समझौता किया है। शुरुआत में डीआरडीओ ही इस केंद्र का संचालन करेगा। केंद्र का नाम सेंटर फॉर साइबर सिक्योरिटी ऑपरेशन रखा गया है।
कुलदीप शुक्ला, चंडीगढ़। India's First Cyber Security Centre: देश का पहला साइबर सुरक्षा केंद्र चंडीगढ़ के सेक्टर-18 स्थित एयरफोर्स हेरिटेज सेंटर (Airforce Heritage Centre) के भवन में बनकर तैयार हो चुका है। जल्द इसकी शुरुआत होगी। चंडीगढ़ प्रशासन ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के साथ समझौता किया है। शुरुआत में डीआरडीओ ही इस केंद्र का संचालन करेगा। केंद्र का नाम सेंटर फॉर साइबर सिक्योरिटी ऑपरेशन रखा गया है।
88 करोड़ रुपये में हुआ निर्माण
इसका मुख्य कार्य जटिल साइबर अपराध सुलझाने, फोरेंसिक जांच और साइबर अपराध के प्रति सुरक्षा प्रदान करना होगा। इस सेंटर में एक ट्रे¨नग लैब भी तैयार की गई है। देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में होने वाले साइबर अपराध के मामलों की फोरेंसिक जांच भी चंडीगढ़ में होगी। यह सेंटर हैकरों से निपटने में मदद करेगा। 88 करोड़ रुपये लागत सेंटर फॉर साइबर सिक्योरिटी ऑपरेशन का निर्माण 88 करोड़ रुपये में हुआ है।
8 मई को राजनाथ सिंह ने किया था नींव का पत्थर
आठ मई 2023 को इसकी नींव का पत्थर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रखा था। इसके अंदर अभी कुछ टेक्निकल काम जारी है। इसमें साइबर में प्रशिक्षित चंडीगढ़ पुलिस के अफसर और जवान भी तैनात होंगे। केंद्र में होंगी प्रमुख चार अत्याधुनिक जांच प्रणाली 1. डेटा विश्लेषण -2. फोरेंसिक जांच3. साइबर सुरक्षा 4. इंटरनेट मीडिया विश्लेषण तीन वर्ष डीआरडीओ, इसके बाद चंडीगढ़ पुलिस संभालेगी केंद्र प्रारंभिक तीन वर्षों तक डीआरडीओ ही केंद्र का जिम्मा संभालेगी।
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इस दौरान चंडीगढ़ पुलिस के अधिकारी व जवानों को यहां प्रशिक्षित किया जाएगा। तीन वर्ष बाद केंद्र की जिम्मेदारी चंडीगढ़ पुलिस को सौंप दी जाएगी।
सेंटर फॉर साइबर सिक्योरिटी ऑपरेशन के माध्यम से साइबर अपराध पर कड़ा प्रहार होगा। इसमें चार तरह की प्रमुख जांच प्रणाली शामिल हैं। इसके लैब में मोबाइल, ड्रोन, कंप्यूटर सहित अन्य यंत्रों की जल्द फोरेंसिक जांच शुरू होगी।
केतन बंसल, एसपी साइबर, चंडीगढ़।