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नहीं रहे अमृता के 'जीत'... इतिहास के पन्‍नों में याद की जाएगी अद्भुत प्रेम कहानी, उम्र के फासलों को भूल यूं करीब आए थे इमरोज

Imroz Passed Away अमृता प्रीतम के पार्टनर इमरोज ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। पंजाब के पठानकोट से शुरू हुई यह कहानी आज समाप्‍त हो गई है। अब यह लव स्‍टोरी लोगों के दिलों में जिंदगी भर के लिए अमर हो गई है। बता दें इमरोज का जन्‍म 26 जनवरी 1926 को पंजाब में हुआ था। इमरोज को इंद्रजीत के नाम से भी जाना जाता है।

By Himani Sharma Edited By: Himani Sharma Updated: Fri, 22 Dec 2023 06:47 PM (IST)
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इतिहास के पन्‍नों में याद की जाएगी अद्भुत प्रेम कहानी

डिजिटल डेस्‍क, चंडीगढ़। मशहूर कवि और चित्रकार इमरोज आज दुनिया को अलविदा कह गए हैं। अमृता और इमरोज की प्रेम कहानी विश्‍वप्रसिद्ध है। पंजाब के पठानकोट से शुरू हुई यह कहानी आज समाप्‍त हो गई है। अब यह लव स्‍टोरी लोगों के दिलों में जिंदगी भर के लिए अमर हो गई है। बता दें इमरोज का जन्‍म 26 जनवरी 1926 को पंजाब में हुआ था। इमरोज को इंद्रजीत के नाम से भी जाना जाता है।

दोस्‍ती से शुरू हुई थी कहानी

अमृता और इमरोज की कहानी पहले दोस्‍ती से शुरू हुई और फिर प्‍यार परवान चढ़ गया। अमृता और इमरोज की लव स्‍टोरी बेहद खूबसूरत रही है। अमृता प्रीतम भारत की मशहूर कवयित्रियों में से एक थीं। इमरोज ने अपनी प्रेमिका के लिए 'अमृता के लिए नज्‍म जारी है' किताब भी लिखी थी। दोनों की कहानी लैला-मजनू, हीर-रांझा, मिर्जा-साहिबान और सोहनी-महिवाल की तरह ही याद किया जाता है। दोनों 40 साल से एक-साथ रह रहे थे।

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इमरोज का जाना पंजाब के लिए दुखद

इमरोज का जाना पंजाब के कवियों के लिए बेहद दुखद है। पंजाबवासियों ने जैसे ही यह अशुभ समाचार सुना, लोगों में शोक की लहर दौड़ पड़ी। इमरोज का नाम इतिहास के पन्‍नों में दाखिल हो गया है। 97 साल के इंद्रजीत ने मुंबई के कांदिवली स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली।

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जानकारी के अनुसार, उन्‍हें पिछले दिनों भी अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था। इमरोज उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। अमृता के अंतिम दिनों में भी वह उनके साए की तरह साथ में थे। उनकी मोहब्‍बत लोगों के लिए एक मिसाल है।