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निगम चुनाव के लिए कांग्रेस ने किया कमेटियों का गठन, जालंधर से 5 सदस्य शामिल; टिकट वितरण में रहेगी अहम भूमिका

पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष राजा वड़िंग ने निगम चुनाव को लेकर कमेटियों का गठन कर दिया है। कमेटी में जालंधर से पांच सदस्य शामिल किए हैं। इनकी यह जिम्मेदारी होगी कि वह जिला कांग्रेस जालंधर के अध्यक्ष ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष व लोकल लीडरशिप के साथ मिलकर उम्मीदवारों की पहचान करेंगे।

By Jagran NewsEdited By: Vinay kumarUpdated: Wed, 23 Nov 2022 11:39 AM (IST)
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निगम चुनाव के लिए पंजाब कांग्रेस ने कमेटियों का गठन किया है।

जागरण संवाददाता, जालंधर : पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने चार बड़े शहरों की नगर निगम के अगले कुछ महीनों में होने वाले चुनाव को लेकर कमेटियों का गठन कर दिया है। हर शहर के लिए बनाई गई कमेटी में 5 सदस्य शामिल किए गए हैं।

जालंधर की कमेटी में पूर्व मंत्री सुखबिंदर सिंह सरकारिया, सांसद चौधरी संतोख सिंह, गुरकीरत सिंह कोटली, विधानसभा में विपक्ष के उपनेता डा. राजकुमार चब्बेवाल व जुगल किशोर शर्मा को शामिल किया गया है। इन सभी की यह जिम्मेदारी होगी कि वह जिला कांग्रेस जालंधर के अध्यक्ष, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष और लोकल लीडरशिप के साथ मिलकर उम्मीदवारों की पहचान करेंगे और नाम शार्टलिस्ट करेंगे।

चुनाव लड़वाने की जिम्मेवारी इसी कमेटी पर रहेगी। इस कमेटी के गठन के बाद अब कांग्रेस में टिकटों के लिए लाबिंग भी शुरू हो जाएगी। टिकट वितरण में इस कमेटी की भूमिका अहम रहने वाली है और फाइनल नाम भी यही तय करेंगे। हालांकि इसमें लोकल लीडरशिप के सुझाव और सिफारिश अहम रहेंगे लेकिन विवाद की स्थिति में कमेटी ही फैसला लेगी। कमेटी जल्द जालंधर का दौरा करके एक मीटिंग कर सकती है। इस कमेटी में जालंधर से सिर्फ सांसद चौधरी संतोख सिंह हैं। चौधरी के पास जब टिकट के दावेदार सिफारिशों के लिए लाइन लगा सकते हैं।

जनवरी में पूरा हो रहा कार्यकाल, चुनाव समय पर होना संभव नहीं

निगम का मौजूदा हाउस 25 जनवरी 2023 को पूरा हो रहा है। उससे पहले निगम चुनाव जरूरी है लेकिन चुनाव को लेकर जो तैयारियां चल रही हैं उससे यह समय पर होते नजर नहीं आ रहे हैं। संभावना है कि यह चुनाव मार्च-अप्रैल तक टल सकते हैं। चुनाव से पहले वार्डबंदी का काम पूरा किया जाना है लेकिन अभी तक इसके लिए नक्शा तक नहीं बनाया गया है। पूरे शहर का सर्वे तो कर लिया गया है लेकिन इसका डाटा तैयार होने में समय लग रहा है। इसमें 15 दिन और लग सकते हैं। उसके बाद ही नक्शे पर वार्डबंदी तय होगी। इसके बाद यह नक्शा चंडीगढ़ मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। वहां 10 से 15 दिन का समय लग सकता है।