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Bribe Case: लुधियाना इप्रूवमेंट ट्रस्ट का क्लर्क और नंबरदार भी गिरफ्तार, EO समेत चारों आराेपित 2 दिन के रिमांड पर भेजे

Bribe Case लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में अब करप्शन की परतें खुलने लगी हैं। विजिलेंस ने एक और क्लर्क और नंबरदार काे गिरफ्तार किया है। ईओ समेत दूसरे आरोपितों के खिलाफ विजिलेंस के पास रिश्वत लेने और मांगने की कुछ अन्य शिकायतें भी हैं।

By Vipin KumarEdited By: Updated: Sat, 16 Jul 2022 07:30 AM (IST)
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लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में घाेटाले की खुलने लगी परतें। (सांकेतिक तस्वीर)

जागरण संवाददाता, लुधियाना। Bribe Case: इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की ओर से अलाट बूथ की किस्तें न चुकाने के बाद बकाया रकम की वन टाइम सेटलमेंट के लिए 10 हजार रुपये रिश्वत लेने के मामले में विजिलेंस ने ट्रस्ट के एक और क्लर्क प्रवीण कुमार और नंबरदार गुरमेल सिंह को भी गिरफ्तार किया है। गौरतलब है कि ट्रस्ट की कार्यकारी अधिकारी (ईओ) कुलजीत कौर और क्लर्क हरमीत सिंह को वीरवार को रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया गया था। विजिलेंस ने चारों आरोपितों को शुक्रवार को अदालत में पेश किया।

चारों को अदालत ने दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। सतनाम सिंह नाम के व्यक्ति ने विजिलेंस से शिकायत की थी। ईओ सहित अन्य लोगों की ओर से रिश्वत लिए जाने की शिकायतें विजिलेंस के पास पहले से पहुंच रही थीं। कुछ मामलों में जांच भी चल रही है।

ट्रस्ट में पैसे के लेनदेन में पूर्व सरकार का एक बड़ा नेता भी शामिल

ईओ तो बस एक मोहरा है। इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में रिश्वत और पैसे के लेनदेन का खेल लंबे समय से और बड़े स्तर पर हो रहा है। विजिलेंस अब इस एंगल से भी जांच कर रही है। आशंका जताई जा रही है कि ट्रस्ट में पैसे के लेनदेन में पूर्व सरकार का एक बड़ा नेता भी शामिल था। विजिलेंस उस तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।

रिश्वत और पैसे के लेनेदेन का खेल बड़े स्तर पर हुआ

दरअसल सूचना यह है कि ईओ समेत दूसरे आरोपितों के खिलाफ विजिलेंस के पास रिश्वत लेने और मांगने की कुछ अन्य शिकायतें भी हैं। जिसकी जांच भी चल रही हैं। इंप्रूवमेंट ट्रस्ट में रिश्वत और पैसे के लेनेदेन का खेल पिछले समय के दौरान बेहद बड़े स्तर पर हुआ है। इसकी जांच भी विजिलेंस इसी केस से जोड़कर देख रही है। क्योंकि अमूमन रिश्वत के मामलों विजिलेंस को इस तरह से पुलिस रिमांड नहीं मिलता है। विजिलेंस ईओडब्लयू विंग के एसएसपी सुरिंदर लांबा का कहना है कि रिमांड के दौरान यह पूछताछ की जा रही है कि इनकी तरफ से अब तक कितनी रिश्वत ली गई है और वह रिश्वत के पैसे आगे कहां देती थीं।