लुधियाना में पति ने पत्नी-बेटी और साले पर फेंका ज्वलनशील पदार्थ, दो के आंखों की चली गई रोशनी
लुधियाना Punjab Crime में एक पति ने अपनी पत्नी बेटी और साले पर ज्वलनशील पदार्थ फेंक दिया जिससे पत्नी और साले की आंखों की रोशनी चली गई। इस हादसे के बाद आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में आरोपित ने कहा कि दो महीने पहले उनका पंचायती समझौता हो रहा था। उस दौरान पत्नी के भाई ने उसे जलील किया था जिसके चलते उसने ऐसा किया है।
गगनदीप रत्न/ अशवनी पाहवा, लुधियाना। कोर्ट में पति-पत्नी के बीच चल रहे तलाक के केस का फैसला आने से एक दिन पहले पति ने पत्नी, बेटी व साले पर ज्वलनशील पदार्थ फेंक कर फरार हो गया।
ज्वलनशील पदार्थ फेंकने से पत्नी और साले के आंखों की रोशन चली गई, जबकि बेटी 20 प्रतिशत झुलस गई। जिन्हें लोगों ने अस्पताल पहुंचाया, लेकिन हालत गंभीर होने के कारण पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया।
पुलिस ने आरोपित को किया गिरफ्तार
थाना फोकल प्वाइंट पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित की पहचान बरनाला के गांव कलाल माजरा निवासी राजवीर सिंह के रूप में हुई है। पड़ोसी प्रिंस कुमार ने बताया कि वह बुधवार रात करीब 12 बजे आरोपित का साला हरजिंदर सिंह गली में चिल्ला रहा था।
उसकी आवाज सुन वह परिवार के सहित घर के बाहर आया तो देखा कि हरजिंदर सिंह बुरी तरह से झुलसा हुआ था। हरजिंदर ने बताया कि उसका जीजा राजवीर उनके घर आया था। जिसने उसके ऊपर, छोटी बहन और भांजी पर ज्वलनशील पदार्थ फेंक दिया है। उन्होंने तीनों को सिविल अस्पताल में पहुंचाया।
पत्नी और साले की आंखों की रोशनी चली गई
प्रिंस ने बताया कि जतिंदर कौर की शादी सात साल पहले आरोपित राजवीर से हुई थी। वह अकसर उससे मारपीट करता था। इस वजह से वह मायके में आकर रहने लगी। जतिंदर कोर्ट में केस दायर कर तलाक लेना चाहती थी। इस केस में 19 सितंबर को फैसला आना था।
ज्वलनशील पदार्थ फेंकने से 29 वर्षीय जतिंदर 70 प्रतिशत, पांच वर्षीय मनरीत 20 प्रतिशत और 31 वर्षीय हरजिंदर 90 प्रतिशत झुलस गए। चंडीगढ़ सेक्टर-32 अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि भाई-बहन के आंखों की रोशनी चली गई है।
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एक घंटा करते रहे एंबुलेंस का इंतजार
पीड़ितों के पड़ोसी प्रिंस ने आरोप लगाते बताया कि देर रात करीब 2 बजे सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने तीनों को चंडीगढ़ सेक्टर-32 सरकारी अस्पताल में ले जाने के लिए रेफर कर दिया। वह करीब एक घंटे तक एंबुलेंस को फोन करते रहे, लेकिन उन्हें कोई भी एंबुलेंस नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने बाहर से चार हजार रुपये में एक प्राइवेट एंबुलेंस बुक की।
4 दिन पहले लेकर आया था ज्वलनशील पदार्थ की बोतल
फोकस प्वाइंट थाना पुलिस को सूचना मिली कि आरोपित राजवीर सिंह डेहलों के नजदीक एक ढाबे पर बैठा है। पुलिस ने रेड कर उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि दो महीने पहले उनका पंचायती समझौता हो रहा था। पत्नी के भाई ने उसे जलील किया था।
वह चार दिन पहले ज्वलनशील पदार्थ की बोतल लेकर आया था और एक नई तलवार की धार बना अपने साथ रख लिया था। उसके कपड़ों पर भी ज्वलनशील पदार्थ के छीटे पड़े थे, जिसे साफ करने के लिए किसी दूध वाले का इंतजार कर रहा था।
पशुओं के वेस्टेज से तैयार होता है ज्वलनशील पदार्थ
गांवों में डेयरियों में पशुओं की वेस्टेज को इकट्ठा करके बोतलों में भरकर रख लिया जाता है, जोकि घातक ज्वलनशील पदार्थ बन जाता है। इसका इस्तेमाल गांवों में बाथरूम को साफ करने के लिए किया जाता है। आरोपित को इसके परिणाम और उपचार के बारे में अच्छी तरह से पता था, क्योंकि वह खुद भी डेयरी में काम करता था।
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