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Kota Student Suicide: कोटा में फिर एक छात्रा ने की आत्महत्या, इस साल में अब तक 26 छात्र-छात्राओं ने गंवाई जान

देश में कोचिंग हब के रूप में प्रसिद्ध राजस्थान के कोटा में छात्रों की आत्महत्या के मामले रुक नहीं रहे हैं। अब एक छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने वाली छात्रा उत्तरप्रदेश के औरया की रहने वाली निशा यादव कोटा में नीट की तैयारी कर रही थी। वह यहां एक कोचिंग संस्थान में पढने के साथ ही महावीर नगर क्षेत्र में एक हास्टल में रह रही थी।

By Jagran NewsEdited By: Versha SinghUpdated: Thu, 30 Nov 2023 05:14 PM (IST)
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Kota Student Suicide: कोटा में फिर एक छात्रा ने की आत्महत्या

जागरण संवाददाता, जयपुर। देश में कोचिंग हब के रूप में प्रसिद्ध राजस्थान के कोटा में छात्रों की आत्महत्या के मामले रुक नहीं रहे हैं। अब एक छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने वाली छात्रा उत्तरप्रदेश के औरया की रहने वाली निशा यादव (21 )कोटा में नीट की तैयारी कर रही थी। वह यहां एक कोचिंग संस्थान में पढने के साथ ही महावीर नगर क्षेत्र में एक हास्टल में रह रही थी।

निशा छह महीने पहले ही अपने घर से कोटा आई थी। आत्महत्या करने से पहले छात्रा ने अपने पिता से मोबाइल पर बात की थी। रात 11 बजे पिता ने फिर फोन किया तो उसने काल रिसीव नहीं किया। इसके बाद पिता ने रात करीब एक बजे हास्टल संचालक श्याम पेशवानी को फोन किया। हास्टल संचालक ने कमरे का दरवाजा खटखटाया तो अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। इस पर रात करीब डेढ़ बजे कमरे का दरवाजा तोड़ा गया तो वह पंखे से लटकी हुई मिली। कमरे से सुसाइड नोट नहीं मिला है।

मामले की जांच कर रहे जवाहर नगर थाने के पुलिस उप निरीक्षक कुंदन कुमार ने बताया कि निशा का शव चुन्नी से फंदा बनाकर पंखे से लटका हुआ था। फिलहाल आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है। छात्रा इस साल मई में कोटा आई थी। पहले वह कोटा के इंद्र विहार इलाके में एक कमरे में रहती थी। इसी महीने के प्रारंभ में वह पेशवानी के हास्टल में रहने के लिए आई थी।

छात्रा के पिता उसे हास्टल में कमरा दिलवाकर गए थे। गुरुवार दोपहर में छात्रा के पिता ओसान सिंह व मां सरोज देवी कोटा पहुंचे। यहां शव का पोस्टामर्टम किया गया। उल्लेखनीय है कि 27 नवंबर को पश्चिम बंगाल के रहने वाले फोरिद ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। फोरिद भी नीट की तैयारी कर रहा था। बुधवार रात को निशा ने आत्महत्या कर ली। कोटा में इस साल अब तक 26 छात्र-छात्राओं ने आत्महत्या की है।

कलेक्टर ने दिया नोटिस

तीन दिन में दो छात्र-छात्राओं की आत्महत्या के बाद कोटा के जिला कलेक्टर महावीर प्रसाद मीणा ने कोचिंग संस्थान को नोटिस देकर तीन दिन में जवाब मांगा है। नोटिस में लिखा है कि 12 नवंबर की काउंसिलिंग में पता लग गया था कि फोरिद मानसिक तनाव में है तो उसके स्वजनों को सूचना क्यों नहीं दी गई। सूचना समय पर दी जाती तो छात्र के माता पिता से समझाइश की जा सकती थी। प्रशासन ने इसे छात्रों के मनोबल बढ़ाने के लिए उदासीनता और निर्देशों की अवज्ञा की श्रेणी में माना है।

इस साल आत्महत्या का रिकार्ड

14 जनवरी को यूपी निवासी अली राजा, 15 जनवरी को यूपी में प्रयागराज निवासी छात्र रणजीत ने आत्महत्या की थी। आठ फरवरी को राजस्थान में बाड़मेर निवासी छात्रा कृष्णा व यूपी के अलीगढ़ निवासी छात्र धनेश कुमार, 24 फरवरी को यूपी में बंदायू निवासी अभिषेक, 26 अप्रैल को मध्यप्रदेश के सागर निवासी छात्रा राशि जैन, आठ मई को बेंगलुरु निवासी नासिर, 11 मई को धनेश कुमार, 12 मई को बिहार के पटना निवासी नवलेश, 24 मई को बिहार के नालंदा निवासी आर्यन ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या की थी।

सात जून को पश्चिम बंगाल के कुरोलिया निवासी परितोष कोहिरी की संदिग्ध मौत हुई। 12 जून को महाराष्ट्र निवासी केशव भार्गव, 16 जून काो बिहार के समस्तीपुर निवासी रोशन, 27 जून को यूपी के जोनपुर निवासी आदित्य, इसी दिन राजस्थान के सलूंबर निवासी मेहुल वैष्णव, आठ जूलाई को यूपी के रामपुर निवासी बहादुर सिंह, तीन अगस्त को यूपी के लखनऊ निवासी मनजोत, चार अगस्त को बिहार में चंपारण निवासी भार्गव मिश्रा, दस अगस्त को यूपी में आजमगढ़ निवासी मनीष प्रजापति, 16 अगस्त को बिहार निवासी वाल्मीकि प्रसाद, 28 अगस्त को बिहार के ही आदर्श, 28 अगस्त को महाराष्ट्र के आविष्कार संभाजी, 12 सितंबर को झारखंड निवासी रिचा सिंह ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी।

19 सितंबर को यूपी की मऊ की रहने वाली प्रियम सिंह ने सल्फास खाकर आत्महत्या की थी। 27 नवंबर को पश्चिम बंगाल के फोरिद और 30 नवंबर को यूपी के औरैया की निशा यादव ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है। इस साल दो छात्रों ने आत्महत्या करने की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें बचा लिया गया था।

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