Rajasthan: कोटा में कई छात्रों ने की आत्महत्या, CM गहलोत बोले- कोचिंग प्रबंधन प्रमुखों के साथ होगी चर्चा
कोटा में लगातार कई छात्रों द्वारा आत्महत्या करने के मामले सामने आए हैं। छात्रों द्वारा आत्महत्या करने के मामले पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कोटा में लगभग 18 से 20 छात्रों की आत्महत्या से मौत हो गई है। कोचिंग प्रबंधन प्रमुखों को एक बैठक के लिए बुलाया गया है और क्या किया जाना चाहिए इस पर चर्चा की जाएगी।
जयपुर (राजस्थान), एजेंसी। कोटा शहर में लगातार कई छात्रों द्वारा आत्महत्या करने के मामले सामने आए हैं। ये मामले लोगों के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं। लोग सोशल मीडिया पर भी अलग-अलग प्रतिक्रिया दे रहे हैं। वहीं, अब छात्रों द्वारा आत्महत्या करने के मामले पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोटा में लगभग 18 से 20 छात्रों की आत्महत्या से मौत हो गई है और इसलिए छात्रों की समस्याओं को समझना महत्वपूर्ण था। कोचिंग प्रबंधन प्रमुखों को एक बैठक के लिए बुलाया गया है और क्या किया जाना चाहिए इस पर चर्चा की जाएगी।
#WATCH | Jaipur: Rajasthan CM Ashok Gehlot says, "Around 18 to 20 students have died by suicide in Kota & therefore it was important to understand the student's problems. Coaching management heads have been called for a meeting & a discussion on what needs to be done will be… pic.twitter.com/bSafB1GbBv— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) August 18, 2023
एक साल में 21 छात्रों ने की आत्महत्या
कोटा में अब तक कई छात्रों ने आत्महत्या कर ली है। बता दें कि इस साल कोटा में छात्रों की आत्महत्या के 21 मामले सामने आए हैं।
CM गहलोत ने जताई चिंता
IIT और नीट प्रवेश परीक्षा में अच्छा परफॉर्मेंस न कर पाने की वजह से कोटा में हर साल कई छात्र सुसाइड कर लेते हैं। सुसाइड की वजह से छात्रों की हो रही मौत पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी चिंता जाहिर की है।
कोटा में छात्रों के सुसाइड पर कुछ दिनों पहले सीएम अशोक गहलोत ने भी चिंता जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि पिछले आठ महीनों में 20 छात्रों की आत्महत्या से मौत हो गई है, जो हमारे लिए चिंता का विषय है और उन्होंने अभिभावकों से अपने बच्चों पर विशेष स्ट्रीम या कॉलेज में दाखिला लेने के लिए दबाव न बनाने का आग्रह किया है।