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पंजाब से राजस्‍थान आने वाले दूषित पानी पर सीएम गहलोत ने जतायी चिंता, दोनों सरकारों में हुई बात

पंजाब से आ रहे कैमिकल युक्त दूषित पानी को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने पंजाब के मुख्य सचिव सहित अन्य उच्च अधिकारियों से बात की। सचिव नवीन महाजन ने पंजाब सरकार को पत्र लिखा।

By Babita KashyapEdited By: Updated: Wed, 09 Jun 2021 06:33 PM (IST)
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पंजाब से आ रहे दूषित पानी को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चिंता जताायी

जयपुर, जागरण संवाददाता। इंदिरा गांधी नहर और भांखड़ा सिंचाई प्रणाली में पंजाब से आ रहे कैमिकल युक्त दूषित पानी को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चिंता जताते हुए कहा कि इस बारे में उच्च स्तर पर बात होगी। गहलोत के निर्देश पर मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने पंजाब के मुख्य सचिव सहित अन्य उच्च अधिकारियों से बात की। राज्य के सिंचाई सचिव नवीन महाजन ने पंजाब सरकार को पत्र लिखा है।

वहीं मुख्य अभियंता विनोद मित्तल ने पंजाब के मुख्य अभियंता से टेलीफोन पर बात कर कैमिकल युक्त दूषित पानी आने पर नाराजगी जताई है। पंजाब सरकार ने भविष्य में इस पर ध्यान रखने की बात कही है। गहलोत ने पंजाब से राजस्थान में प्रवाहित होने वाले प्रदूषित पानी को लेकर 25 जलाई,2019 को पंजाब के सीएम अमरिंद सिंह से बात की थी।

उस समय पंजाब सरकार ने सतलुज नदी में मिलने वाले घरेलू तथा फैक्ट्रियों के अपशिष्ट को ट्रीट करने की बात कही थी। गहलोत ने ट्वीट कर कहा, इंदिरा गांधी नहर में इस बार 60 दिन की नहरबंदी सफलतापूर्वक हुई। 47 किलोमीटर लंबाई में रिलाइंनिंग का काम करवाया गया। नहरबंदी के बाद हरिके बैराज पर प्राप्त प्रदूषित पानी की प्रतिदिन निगरानी, जांच व पर्यवेक्षण के लिए अधिशाषी अभियंता को तैनात किया गया है। पंजाब से आने वाले प्रदूषित पानी की गुणवत्ता जांच के लिए सैंपल भेजे गए हैं।

उल्लेखनीय है कि पिछले तीन दिन से पंजाब की तरफ से कैमिकल युक्त पानी इंदिरा गांधी नहर में आने से सिंचाई और पीने के पानी में मुश्किल हो रही है। लुधियाना सहित अन्य शहरों की फैक्ट्रियों का प्रदूषित पानी नहर में छोड़ा जाता है ।