Rajasthan: कोटा में NEET-UG की तैयारी कर रहे छात्र ने लगाई फांसी, एक सप्ताह में सुसाइड का दूसरा मामला
Rajasthan News राजस्थान के कोटा में एक 15 साल के छात्र ने पंखे से लटक कर जान दे दी। पुलिस ने शुरुआती जांच में बताया कि परिवार से दूर होने और तनाव के कारण छात्र ने आत्महत्या की है। एक सप्ताह के अंदर यह सुसाइड का दूसरा मामला है।
कोटा, पीटीआई। गुरुवार की सुबह एक 15 साल के NEET छात्र को अपने हॉस्टल के कमरे में पंखे से लटका पाया गया। पुलिस ने इस बात की जानकारी दी है। पुलिस के मुताबिक, कोचिंग हब में यह चार दिनों में सुसाइड का दूसरा मामला है।
नीट यूजी की तैयारी करने गया था छात्र
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के खुर्जा कस्बे के निवासी धनेश कुमार शर्मा को कुन्हारी इलाके के लैंडमार्क सिटी में उनके हॉस्टल वार्डन ने मृत पाया गया। पुलिस ने बताया कि 11वीं कक्षा का छात्र एक महीने पहले ही कोटा आया था और एक कोचिंग सेंटर में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी) की तैयारी कर रहा था।
रात में खाना खाकर कमरे में लौटा था छात्र
कुन्हारी के एसएचओ गंगा सहाय शर्मा ने कहा कि छात्र ने खाना खाया और बुधवार रात को वापस अपने कमरा नंबर 110 में चला गया। उसके माता-पिता उसे बार-बार फोन कर रहे थे, लेकिन उसने फोन नहीं उठाया, तो माता-पिता परेशान हो गए। इसके बाद उन्होंने कोटा में ही रहने वाले एक दूसरे छात्र से संपर्क किया, जो उनके गांव का ही था और कहा कि एक बार उनके बेटे को जाकर देखे।
जब छात्र और वार्डन, धनेश के रूम के पास पहुंचे और दरवाजा खटखटाने पर भी उसकी आवाज नहीं सुनी, तो घबरा गए। इसके बाद उन लोगों ने मिलकर कमरे का दरवाजा तोड़ा, तो धनेश को पंखे से लटका पाया।
कमरे से नहीं मिला सुसाइड नोट
पुलिस अधिकारी ने कहा, "शुरुआती जांच से लगाता है कि छात्र धनेश ने घर से दूरी और तनाव के कारण ऐसा कदम उठाया है। हालांकि, छात्र के कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है और उसकी मौत के पीछे के वास्तविक कारण का पता लगाया जाएगा।" अधिकारी ने बताया कि शव मोर्चरी में है और उसके माता-पिता के आने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा।
सोमवार को एक छात्र ने छत से कूदकर दे दी थी जान
सोमवार को बेंगलुरु के रहने वाले मोहम्मद नसीद (22) ने इस साल नीट-यूजी परीक्षा देने के बाद एक बहुमंजिला इमारत की दसवीं मंजिल से कूदकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। कोटा में विभिन्न कोचिंग सेंटरों में पढ़ने वाले कम से कम सात छात्रों ने इस साल अब तक आत्महत्या की है। इसके अलावा, एक छात्र को आत्मदाह करने से बचाया गया है।
पिछले साल 15 बच्चों में की आत्महत्या
पिछले साल कोचिंग हब में कोचिंग के 15 छात्रों ने आत्महत्या कर ली थी। मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों की प्रवेश परीक्षाओं को क्रैक करने के लिए इस शैक्षणिक सत्र में शहर के विभिन्न कोचिंग सेंटरों में 2.25 लाख से अधिक छात्रों के कक्षाएं लेने का अनुमान है।