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Mahashivratri 2023: महाशिवरात्रि के दिन भूलकर भी न करें ये काम, वरना भगवान शिव हो जाएंगे रुष्ट

Mahashivratri 2023 महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव के साथ मां पार्वती की विधिवत पूजा करने का विधान है। इसके साथ ही महाशिवरात्रि के दिन कुछ कामों को करने से बचना चाहिए। जानिए महाशिवरात्रि के दिन किन कामों को बिल्कुल भी न करें।

By Shivani SinghEdited By: Shivani SinghUpdated: Wed, 15 Feb 2023 08:11 AM (IST)
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Mahashivratri 2023: महाशिवरात्रि के दिन भूलकर भी न करें ये काम
नई दिल्ली, Mahashivratri 2023: पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। सावन के अलावा महाशिवरात्रि का दिन काफी खास माना जाता है क्योंकि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की शादी हुई थी। इसलिए इस दिन भगवान शिव की पूजा करने के साथ व्रत रखने का विधान है। इसके अलावा कुछ नियम है जिन्हें जरूर पालन करना चाहिए। जानिए महाशिवरात्रि के दिन किन चीजों को करने से बचना चाहिए।

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महाशिवरात्रि पर न करें ये काम

न चढ़ाएं ये फूल

भगवान शिव की आराधना करते समय इस बात का ध्यान रखें कि उन्हें कमल, कनेर, केतकी आदि फूल बिल्कुल भी चढ़ाएं।

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न करें इन चीजों का सेवन

महाशिवरात्रि के दिन मांस-मदिरा के अलावा तामसिक भोजन(लहसुन-प्याज) का सेवन बिल्कुल भी न करें।

दिन में न सोएं

महाशिवरात्रि के दिन जिन लोगों ने व्रत रखा है। वह लोग दिन के समय बिल्कुल भी न सोएं बल्कि भगवान शिव की आराधना करें।

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न चढ़ाएं ये चीजें

भगवान शिव की पूजा करते समय उन्हें हल्दी, रोली, मेहंदी, सिंदूर जैसी चीजों बिल्कुल भी न चढ़ाएं। कोई यह सभी चीजों स्त्री तत्व माने जाते हैं।

न चढ़ाएं ऐसे चावल

भगवान शिव को कच्चा चावल यानी अक्षत चढ़ाना शुभ माना जाता है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि वह टूटे हुए न हो। माना जाता है कि इससे शंकर जी रुष्ट हो जाते हैं।

न चढ़ाएं काले तिल

भगवान शिव को काले तिल बिल्कुल भी नहीं चढ़ाना चाहिए। क्योंकि इससे पितरों का तर्पण किया जाता है और शनिदेव को अर्पित करना शुभ माना जाता है।

शंख से जल

भगवान शिव को कभी भी शंख से जल नहीं चढ़ाना चाहिए। क्योंकि भगवान शिव ने श्री हरि विष्णु के परम भक्त शंखचूड़ नामक राक्षस का वध किया। इस कारण शंख से भगवान शिव को जल बिल्कुल भी अर्पित न करें।

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'