Chanakya Niti Tips: बच्चों की आदत बिगाड़ देते हैं ऐसे माता-पिता, आचार्य चाणक्य ने कही हैं ये बातें
Chanakya Niti tips for parents आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में ऐसी बहुत-सी बातें बताई हैं जो व्यक्ति के जीवन में सफल बनाने में सहायक हैं। आचार्य चाणक्य ने माता-पिता की कुछ ऐसी आदतें बताई हैं जो उन्हें न चाहते हुए भी अपने बच्चों का सबसे बड़ा दुश्मन बना देती है। आइए जानते हैं कि इस विषय में आचार्य चाणक्य क्या कहते हैं।
By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Sat, 16 Dec 2023 07:00 AM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Chanakya Niti in Hindi: प्रत्येक मां-बाप चाहते हैं कि वह अपने बच्चों को अच्छे संस्कार सिखाएं, जिससे बड़े होकर बच्चे उनका नाम रोशन करें। इसके लिए वह दिन-रात प्रयास भी करते हैं, लेकिन आचार्य चाणक्य का कहना है कि कई बार मां-बाप का ही बच्चों को बिगाड़ने में सबसे बड़ा हाथ होता है। आइए जानते हैं कि परिजनों की वह कौन-सी आदतें हैं, जिन्हें आज ही छोड़ देना चाहिए, वरना आपके बच्चों पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
न करें ऐसी भाषा का प्रयोग
मां-बाप को अपने बच्चों के सामने कभी भी कड़वी भाषा या अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए। क्योंकि जैसा व्यवहार मां-बाप को होता है, बच्चे भी वैसा ही व्यवहार सीखते हैं। इसलिए आचार्य चाणक्य कहते हैं कि बच्चों के सामने हमेशा अपनी वाणी मधुर रखें। जिससे आपके बच्चे भी मधुरभाषी बनें।यह भी पढ़ें - Amla Tree: वास्तु के अनुसार, घर की इस दिशा में लगाएं आंवले का पेड़, बनने लगेंगे सभी बिगड़े काम
झूठ बोलने की आदत
अगर माता-पिता बात-बात पर झूठ बोलने के आदी हैं, तो यह आदत आपके बच्चों में भी जा सकती है। जो उन्हें भविष्य में नुकसान पहुंचाएगी। ऐसे में आचार्य चाणक्य कहते हैं कि यदि कोई मां-बाप झूठ बोलते हैं, तो उन्हें आज ही इस आदत को त्याग देना चाहिए, वरना बच्चे भी इस बुरी आदत का शिकार हो सकते हैं।यह भी पढ़ें - Brahma Muhurta: ब्रह्म मुहूर्त में भूलकर भी न करें ये काम, वरना हो सकता है भारी नुकसान
सम्मान न करना
यदि कोई माता-पिता केवल बच्चों से ही नहीं बल्कि एक-दूसरे से भी सम्मान पूर्वक पेश नहीं आते हैं, तो यही व्यवहार बच्चे भी सीखते हैं। इस बुरी आदत के कारण आगे चलकर बच्चे किसी का सम्मान नहीं कर पाते, जिसका उन्हें भविष्य में नुकसान उठाना पड़ सकता है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए स्वंय भी ये आदत छोड़ दें और बच्चों को दूसरा का सम्मान करना सिखाएं। WhatsApp पर हमसे जुड़ें. इस लिंक पर क्लिक करें
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