Masik Durgashtami 2023: मासिक दुर्गाष्टमी के दिन क्या करें और क्या नहीं? जानें
सनातन धर्म में मासिक दुर्गाष्टमी बेहद उत्साह के साथ मनाई जाती है। मान्यता है कि इस दिन मां दुर्गा की विशेष पूजा-अर्चना और व्रत करने से साधक को शुभ फल की प्राप्ति होती है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। इसके अलावा जीवन में चल रही परेशानियों से छुटकारा मिलता है। इस बार मासिक दुर्गाष्टमी 20 दिसंबर 2023 को है।
By Jagran NewsEdited By: Pravin KumarUpdated: Fri, 15 Dec 2023 10:13 AM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Masik Durgashtami 2023: सनातन धर्म में मासिक दुर्गाष्टमी बेहद उत्साह के साथ मनाई जाती है। मान्यता है कि इस दिन मां दुर्गा की विशेष पूजा-अर्चना और व्रत करने से साधक को शुभ फल की प्राप्ति होती है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। इसके अलावा जीवन में चल रही परेशानियों से छुटकारा मिलता है। इस बार मासिक दुर्गाष्टमी 20 दिसंबर 2023 को है। धार्मिक मत के अनुसार, मासिक दुर्गाष्टमी के दिन कुछ कार्यों को करने की मनाही है, जिनको करने से साधक को कई तरह की समस्यायों का सामना करना पड़ता है। आइए, मासिक दुर्गाष्टमी के दिन वर्जित कार्यों के बारे में जानते हैं।
मासिक दुर्गाष्टमी के दिन करें ये काम
- इस दिन शुभ उठकर स्नान करने के बाद मां दुर्गा की पूजा करें।
- इस दिन भजन-कीर्तन करें।
- मां दुर्गा को श्रृंगार का सामान अर्पित करें।
- मां दुर्गा को फल और मिठाई का भोग लगाएं।
- मां दुर्गा की पूजा-अर्चना के दौरान शंख बजाएं।
- इसके अलावा श्रद्धानुसार गरीब लोगों को दान करें।
- मासिक दुर्गाष्टमी के दिन न करें ये काम
- मासिक दुर्गाष्टमी के दिन किसी का अपमान नहीं करना चाहिए।
- इसके अलावा तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए।
- इस दिन किसी को धोखा और जूठ नहीं बोलना चाहिए।
- मासिक दुर्गाष्टमी के दिन सुबह की पूजा करने के बाद दिन में सोना नहीं चाहिए।
मासिक दुर्गाष्टमी शुभ मुहूर्त
दैनिक पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरूआत 19 दिसंबर को दोपहर 01 बजकर 07 मिनट से होगी और अगले दिन यानि 20 दिसंबर को सुबह 11 बजकर 14 मिनट पर तिथि का समापन होगा।
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मासिक दुर्गाष्टमी का महत्व मान्यता है कि मासिक दुर्गाष्टमी के दिन मां दुर्गा की पूजा करने से साधक के पापों का नाश होता है। इसके अलावा साधक को जीवन में शुभ फल की प्राप्ति होती है और मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होता है।Author- Kaushik Sharmaडिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'