Agra: घूस के लिए लिफाफा नहीं मिठाई का डिब्बा लाना; चिट फंड सोसाइटी के बाबू की गिरफ्तारी की पढ़िए पूरी कहानी
Agra News भवानी शंकर ने शुक्रवार दोपहर में बाबू को घूस की दूसरी किस्त लेकर आने की जानकारी फोन पर दे दी थी। आगरा पहुंचने के बाद आधा किलो बरफी खरीदी। इसे एक किलो के डिब्बे में रखवाने के बाद विजिलेंस कार्यालय पहुंचे। विजिलेंस ने हस्ताक्षर किए गए घूस के नोटों की गड्डी बरफी के बराबर में रखकर पैक कर दिया।
जागरण संवाददाता, आगरा। उप निबंधक फर्म्स सोसाइटीज एवं चिट्स के बाबू अजय कुमार यादव को शुक्रवार मिठाई के डिब्बे में घूस लेते विजिलेंस टीम ने गिरफ्तार कर लिया। बाबू ने गोकुल की श्रीकृष्ण उच्च्तर माध्यमिक विद्यालय समिति के सदस्य भवानी शंकर से विवाद निपटाने के लिए एक लाख रुपये घूस मांगी थी।उप निबंधक कार्यालय में तीन वर्ष से समिति का विवाद लंबित चल रहा था।
विजिलेंस दफ्तर में की थी शिकायत
गोकुल के रहने वाले भवानी शंकर ने 26 सितंबर को विजिलेंस कार्यालय में शिकायत की। एसपी विजिलेंस शगुन गौतम को बताया कि उनकी श्रीकृष्ण उच्चतर माध्यमिक विद्यालय समिति के नाम से पंजीकृत सोसाइटी है। इसमें उनके पिता गोपाल प्रसाद पांडेय आजीवन सदस्य हैं।
समिति के नए पदाधिकारी ने उन्हें और पिता समेत कई लोगों को तीन वर्ष पहले बिना नोटिस निकाल दिया था। इसे लेकर उन्होंने उप निबंधक फर्म्स सोसाइटीज एवं चिट्स में तीन वर्ष पहले अपना पक्ष रखते हुए कार्रवाई की मांग की थी।
दाे लाख रुपये की मांगी घूस
तीन वर्ष से वह चक्कर काट रहे थे। कार्यालय के बाबू अजय कुमार यादव ने उन्हें नोटिस देकर 25 सितंबर 2023 तक सारे प्रपत्र उपलब्ध कराने की कहा। भवानी शंकर ने बाबू से फाइल निस्तारित करने की कहा। उसने दो लाख रुपये घूस मांगी। एक लाख रुपये घर से मंगवाने के बाद मिठाई के डिब्बे में रखकर दे दिए। बाकी रकम 29 सितंबर तक देने की कहा। यह रकम उन्होंने किसी तरह व्यवस्था करके दी थी। इसी के बाद उन्होंने घूसखोर बाबू को पकड़वाने का निर्णय किया।
ये भी पढ़ेंः Agra Crime: यूपी के कालिया का काला खेल... थाने के सामने ही होटल में चल रहा था ये काम, छापेमारी में 15 गिरफ्तार
एसपी विजिलेंस शगुन गौतम ने बताया कि शिकायतकर्ता शुक्रवार शाम को मिठाई के डिब्बे में एक लाख रुपये घूस लेकर गया था। उसके साथ विजिलेंस टीम भी गई थी। वह कार्यालय के बाहर खड़ी रही। घूस लेते ही टीम ने रंगे हाथों आरोपित अजय कुमार यादव को दबोच लिया। उसके विरुद्ध भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। शनिवार काे विजिलेंस कोर्ट मेरठ में प्रस्तुत किया जाएगा।
लिफाफा लेकर मत आना
यहां सीसीटीवी लगे हैं। लिफाफा लेकर मत आना। मिठाई के डिब्बे में रुपये लाना, कहना गोकुल से खास आपके लिए प्रसाद लाया हूं। एक किलो के डिब्बे में आधा किलो बरफी रखना और बाकी में रुपये रख देना। उप निबंधक फर्म्स सोसाइटीज एवं चिट्स के घूसखोर बाबू अजय कुमार यादव ने भवानी शंकर को रुपये लेकर आने का तरीका बता दिया था। भवानी शंकर ने 25 सितंबर को भी मथुरा की मिठाई के डिब्बे में घूस की रकम मंगवाई थी।
घूस के तरीके को विजिलेंस को बताया था
भवानी शंकर ने बाबू अजय कुमार यादव के घूस लेने के तरीके के बारे में विजिलेंस को बता दिया था। इसके बाद तय किया गया कि घूस की रकम मिठाई के डिब्बे में ले जानी है। लिफाफा देने पर बाबू को शक होने और सीसीटीवी की नजर में आने के चलते मना कर सकता था।
ये भी पढ़ेंः Gyanvapi Case: ज्ञानवापी मामले में मंदिर-मस्जिद पक्ष फिर करेंगे जिरह, AIM की पुनरीक्षण याचिका पर आज सुनवाई
ऊपर तक सबको देना होता है
अजय कुमार यादव ने दो लाख रुपये मांगे थे। शिकायतकर्ता भवानी शंकर ने यह रकम अधिक बताई तो बाबू का कहना था कि एक पाई कम नहीं होगी। ऊपर तक सबको देना होता है। घूसखोर को पकड़ने वाली टीम में विजिलेंंस के प्रभारी निरीक्षक सत्यपाल सिंह, निरीक्षक स्नेहलता, उप निरीक्षक रसाल सिंह, धर्मेंद्र गौतम मुख्य आरक्षी राजेश कुमार पाल, उपनंदन सिंह और दिनेश शामिल थे।
पांच महीने में दूसरा बाबू घूस लेते पकड़ा
उप निबंधक कार्यालय का बाबू घूस लेते गिरफ्तार होने का यह दूसरा मामला है। मई 2023 में बाबू ब्रजेश कुमार सिंह को 10 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ विजिलेंस ने गिरफ्तार किया था।