Ram Barat: रघुनंदन बने दूल्हा, हर्षित भये सब लोका, तस्वीरों में देखिए ऐतिहासिक आयोजन की झांकियां
आगरा की रामबरात उत्तर भारत में प्रसिद्ध है। रामबरात का आयोजन कई साल पुराना है। कभी हाथी पर सवार होकर भगवान राम के स्वरूप निकलते थे। राम बरात के लिए सारा शहर बराती बना है। बरात में 100 से अधिक झांकियां और 11 बैंड हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। श्रीराम की बरात जनकपुरी की ओर बढ़ गई है। राजसी श्रृंगार कर सजे श्रीराम और उनके अनुजों की नयनाभिराम छवि को श्रद्धालु अपलक निहार रहे हैं। बग्घी में सवार राजा दशरथ, कुलगुरु वशिष्ठ और मुनि विश्वामित्र के साथ अयोध्यावासियों को बरात में साथ चलने का निमंत्रण देते हुए चल रहे हैं। कई किलोमीटर लंबी बरात में शामिल 100 से अधिक झांकियों की शोभा देखते ही बन रही है। कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से सबका मनमोह रहे हैं। बैंड भक्ति भरी धुनें बजाकर लोगों को आनंदित कर रहे हैं। चहुंओर श्रीराम का जयघोष गूंज रहा है।
उत्तर भारत में प्रसिद्ध है राम बरात
उत्तर भारत में अपनी भव्यता के लिए प्रसिद्ध राम बरात की शुरुआत बुधवार शाम लाला चन्नौमल की बारादरी से हुई। बरात में सबसे आगे दो ऊंट, उनके पीछे छह घोड़ों पर कोतवाल और फिर विघ्न विनाशक की सवारी थी। इसके पीछे आर्केस्ट्रा पार्टी के साथ भव्य व मोहक झांकियाें का सिलसिला शुरू हो गया। झांकियों के बाद राम बरात में मुख्य आकर्षण रहने वाला चांदी का रथ रहा। इसमें भगवान विष्णु के साथ लक्ष्मी जी विराजमान थीं। राजा दशरथ अपने स्वजनों के साथ बग्गी पर सवार थे। मुनि वशिष्ठ और मुनि विश्वामित्र के स्वरूप भी बग्गी पर थे। राजकुमार शत्रुघ्न के रथ के आगे मिलन बैंड, भरत के रथ के आगे प्रहलाद बैंड, लक्ष्मण जी के रथ के आगे मिलन बैंड और प्रभु श्रीराम के रथ के आगे जगदीश बैंड मधुर स्वर लहरियां बिखेर रहा था।
बरात में शामिल हैं सौ से अधिक झांकियां
कोरोना काल के दो वर्ष बाद हो रही राम बरात को लेकर शहरवासियों में काफी उत्साह है। बुधवार शाम लाला चन्नौमल की बारादरी से बरात में शामिल झांकियां निकलना शुरू हुईं। इसमें सबसे आगे विघ्नविनाशक गणेश जी की झांकी थी, उसके साथ घोड़ों पर सवार सैनिक धर्मध्वजा लिए चल रहे थे। रामलीला कमेटी के अध्यक्ष पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने बताया कि राम बरात में 100 से अधिक झांकियां और 11 बैंड शामिल हैं। रोड शो में कलाकारों ने करतबों से लोगों को आकर्षित किया।
आरती उतारकर हुई रामबरात की शुरुआत
इससे पूर्व लाला चन्नौमल की बारादरी में श्रीराम समेत अन्य स्वरूपों की आरती रामलीला कमेटी के अध्यक्ष विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल व मंत्री राजीव अग्रवाल ने उतारकर राम बरात की शुरुआत कराई। मार्ग में जगह-जगह प्रभु श्रीराम व अनुजों के स्वरूपों की आरती उतारकर लोगों ने स्वागत किया।
ऐरावत पर विराजमान थे श्रीराम
भगवान श्रीराम के रथ को इस बार देवराज इंद्र के ऐरावत हाथी के डिजाइन में तैयार किया गया था। यह रथ 17 से 18 फीट ऊंचा था। लक्ष्मण जी के रथ पर नौ फीट ऊंचा शेषनाग बना था। भरत व शत्रुघ्न के रथ पर कमल व मोर की डिजाइन थीं। रथों पर फूलों से आकर्षक सजावट की गई थी। श्रीराम के रथ पर सूर्य आभार बिखेर रहा था।अपलक निहारते रहे छविराम बरात में श्रीराम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न का राजसी श्रृंगार लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा। राजसी श्रृंगार में सजे स्वरूपों की छवि को लोग अपलक निहारते रहे।
योगी जी की झांकी रही आकर्षण का केंद्र
राम बरात में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आधारित झांकी दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र रही। फिरोजाबाद के रामदास सक्सेना यह झांकी लेकर आए थे। सजीव झांकी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्वरूप और श्रीराम को दर्शाया गया था। उनके साथ ब्लैक कमांडो और भगवा ध्वज लेकर चल रहे कार्यकर्ता शामिल थे। झांकी में योगी आदित्यनाथ पर आधारित गीत गूंज रहे थे। यह झांकी बरात में निकली तो श्रीराम के साथ लोगों ने योगी आदित्यनाथ के नारे लगाए।
उत्तराखंड से आईं झांकियां
राम बरात में पहली बार उत्तराखंड के नैनीताल, देहरादून, काशीपुर से आईं झांकियां शामिल हुईं।
यहां से भगवान राम ने धारण की ये पोशाक
भगवान श्रीराम और लक्ष्मण ने जयपुर में तैयार गुलाबी रंग और भरत व शत्रुघ्न ने जोधपुर में तैयार लाल रंग की पोशाक धारण की। श्रीराम रत्नजड़ित कमल मुकुट धारण किए हैं, जिस पर सूर्य आभा बिखेर रहा है। लक्ष्मण के मुकुट पर शेषनाग, भरत के मुकुट पर कमल का फूल और शत्रुघ्न के मुकुट पर कमल का फूल बना है।जानकी जी का किया राजसी शृंगारराम बरात शुरू होने से पूर्व जानकी जी और उनकी सखियों का राजसी शृंगार कर जनकपुरी भेजा गया। रत्न जड़ित मुकुट धारण किए हुए जानकी जी की छवि देखकर ऐसा लग रहा है कि स्वयं मां लक्ष्मी पृथ्वी पर उतर आई हों। उनके श्रृंगार से लोगों की नजर नहीं हट रही है।
जनकपुरी में ये होंगे कार्यक्रम
जनकपुरी में श्रीराम बरात लेकर गुरुवार सुबह पहुंचेंगे। जनकपुरी महोत्सव समिति के अध्यक्ष सुरेशचंद गर्ग के निवास से बरात शुरू होगी। जनकपुरी क्षेत्र में भ्रमण के बाद यह पुष्पांजलि हाइट्स पर संपन्न होगी। शाम सात बजे शोभायात्रा पुष्पांजिल हाइट्स शुरू होकर जनक महल पहुंचेगी। रामलीला कमेटी के महामंत्री राहुल गौतम ने बताया कि रानी कौशल्या बनीं सपना मित्तल अपनी मित्र मंडली के साथ नाचते-गाते हुए राजा दशरथ के साथ बग्गी पर सवार हो जनकपुरी जाएंगी।इंद्रदेव ने किया अभिषेकरामबरात के दिन इंद्रदेव ने भगवान श्रीराम का अभिषेक किया। सुबह शहर में जमकर वर्षा हुई। दोपहर में रिमझिम फुहारें पड़ती रहीं। राम बरात शुरू होने से पूर्व वर्षा थम गई।
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