Indian Railway: आगरा में नौ राज्यों के यात्रियों पर स्वास्थ्य विभाग की विशेष नजर
Indian Railway कैंट स्टेशन पर होगी आरटीपीसीआर जांच दिखाना होगा वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट। सिक्किम महाराष्ट्र केरल मेघालय आदि राज्य सूची में शामिल। रेलवे स्टेशनों के साथ ही अंतरराज्यीय बस अड्डों पर भी एंटीजन टेस्ट होंगे। रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर कोविड हेल्प डेस्क भी स्थापित होंगी।
आगरा, जागरण संवाददाता। देश के नौ राज्यों से आने वाले यात्रियों को आगरा में तभी प्रवेश मिलेगा, जब वे आरटीपीसीआर जांच में नेगेटिव होंगे या उन्हें वैक्सीन लग चुकी होगी। कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने यह फैसला लिया है। बुधवार रात सीएमओ ने कैंट स्टेशन का औचक निरीक्षण किया और निर्देश दिए कि 15 अगस्त तक इन राज्यों से आने वाले यात्रियों के पास या तो चार दिन पहले की आरटीपीसीआर जांच की रिपोर्ट हो या वैक्सीन की दोनों डोज का सर्टिफिकेट हो।
बुधवार रात कैंट स्टेशन पहुंचे सीएमओ डा. अरूण कुमार ने निर्देश दिए कि हर यात्री की आरटीपीसीआर जांच होगी, लेकिन इन नौ राज्यों के यात्रियों पर विशेष निगरानी रहेगी।इन नौ राज्यों में मणिपुर, सिक्किम, मिजोरम, नागालैंड, केरल, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा व महाराष्ट्र शामिल है। केरल और महाराष्ट्र से आने वाले ज्यादातर ट्रेनें रात में आती हैं, इसलिए इस समय विशेष निगरानी रखी जाएगी।
शासन ने भेजी है जानकारी
अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद द्वारा जारी पत्र के अनुसार तीन फीसद अथवा इससे अधिक कोविड धनात्मकता वाले राज्यों से प्रदेश में आने वाले यात्रियों की जांच व वैक्सीन का सर्टिफिकेट अनिवार्य होगा। प्रदेश स्तर पर महीने में दो बार तीन फीसद से ज्यादा कोविड धनात्मकता वाले राज्यों की सूची स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट पर अपलोड की जाएंगी। इन राज्यों से आने वाले यात्रियों को 28 से 31 जुलाई के बीच की जांच रिपोर्ट या वैक्सीन का प्रमाणपत्र दिखाना होगा। रेलवे स्टेशनों के साथ ही अंतरराज्यीय बस अड्डों पर भी एंटीजन टेस्ट होंगे।रेलवे स्टेशनों और बस अड्डों पर कोविड हेल्प डेस्क भी स्थापित होंगी।
वैक्सीन वालों का नहीं होगा टेस्ट
सीएमओ ने बताया कि जिन लोगों को वैक्सीन लग चुकी है उनकी आरटीपीसीआर जांच नहीं होगी, लेकिन उनका रिकार्ड रखा जाएगा। कम से कम चार दिन उनकी निगरानी की जाएगी। हर यात्री की थर्मल स्क्रीनिंग भी होगी।सीएमओ ने कहा कि संक्रमण का खतरा बरकरार है, इसलिए सावधानी रखना बेहद जरूरी है।