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AMU VM Hall: इस के छात्र बने राज्‍यपाल और अमेरिका के प्रमुख उद्योगपति, जानिए हॉल की खासियत Aligarh News

एएमयू से ऐसे छात्र भी निकले हैं जिन्होंने देश-विदेश में यूनिवर्सिटी का डंका बजाया है। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान व अमेरिका में प्रमुख उद्योग पति फ्रेंक इस्लाम और इसी हॉल में रहकर एएमयू में पढ़ाई की थी।

By Sandeep kumar SaxenaEdited By: Updated: Thu, 04 Feb 2021 06:45 AM (IST)
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यहां से ऐसे छात्र भी निकले हैं जिन्होंने देश-विदेश में यूनिवर्सिटी का डंका बजाया है।

अलीगढ़, संतोष शर्मा। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी  (एएमयू) का विकारुल मुल्क(वीएम) हॉल भी अपने आप में खास है। ऐतिहासिक तो है ही यहां से ऐसे छात्र भी निकले हैं जिन्होंने देश-विदेश में यूनिवर्सिटी का डंका बजाया है।  केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान व अमेरिका में प्रमुख उद्योग पति फ्रेंक इस्लाम और इसी हॉल में रहकर एएमयू में पढ़ाई की थी। आरिफ मोहम्मद खान मूल रूप से बुलंदशहर के और  फ्रेंक इस्लाम  आजमगढ़ के रहने वाले हैं। इस हॉल का नाम सर सैयद के करीबी लोगों में शामिल रहे वियारकुल मुल्क के नाम पर है। जिन्होंने मोहम्मडन एंग्लो ओरियंटल कॉलेज की स्थापना में सर सैयद के साथ कंधा से कंधा मिलाकर काम किया। चंदा जुटाने में भी अहम भूमिका निभाई। सर सैयद उनकी क्षमताओं के कायल थे। 

 यूरोपीय कर्मचारियों के बीच हुआ टकराव 

विकारुल मुल्क(वीएम) सर सैयद के सबसे उत्साही अनुयायियों में से एक थे। साइंटिफिक सोसाइटी के लिए उन्होंने एक पुस्तक 'फ्रेंच रिवोल्यूशन एंड नेपोलियन' का अनुवाद किया। जब कॉलेज फंड समिति का गठन किया गया, तो वह इसके एक सदस्य बन गए। सर सैयद के आंदोलन को लोकप्रिय बनाने के लिए उन्होंने लगातार काम किया। मोहम्म्डन एंग्लो कॉलेज की स्थापना के  लिए  चंदा के रूप में सात लाख और 50 हजार  रुपये भी जुटाए। मोहसिनुल मुल्क की मृत्यु के बाद उन्हें सर्वसम्मति से न्यासी बोर्ड द्वारा सचिव चुना गया। जनवरी 1908 में 67 वर्ष की आयु में उन्होंने यह जिम्मेदारी संभाली। विकारुल मुल्क हमेशा यूरोपीय कर्मचारियों के बढ़ते प्रभाव के खिलाफ थे। उन्होंने कॉलेज के प्रधानाचार्य के निर्विवाद अधिकार पर जांच करने की कोशिश भी की। जिसके कारण उनके और यूरोपीय कर्मचारियों के बीच गंभीर टकराव हुआ। परिणाम ये सामने आया कि  प्रधानाचार्य आर्कबॉल्ड को इस्तीफा देना पड़ा। मामला इतना गंभीर हो गया कि यह उपराज्यपाल के स्तर तक चला गया। 

वकारुल मुल्क मुख्य रूप से मुस्लिम समुदाय के नेता थे। वह 1907 में ढाका में मुस्लिम लीग के संस्थापकों में से एक थे। यह उनकी एमएओ कॉलेज की सेक्रेटरीशिप के दौरान हुआ था।  सर सैयद के बाद वह अलीगढ़ आंदोलन के पीछे सबसे प्रख्यात व्यक्ति प्राक्ति थे। एएमयू के कुलपति रहे सर रॉस मसूद के कार्यकाल में 1932 में चार हॉस्टल के इस हॉल की नींव रखी गई। जिसका नाम वीएम हॉल रखा गया।  

ये हैं हॉस्टल 

वीएम हॉल में जुबली हॉस्टल, मुज़म्मिल हॉस्टल, मैरिस हॉस्टल व नसरुल्लाह हॉस्टल हैं। जिनमें 700 छात्र रहते हैं। 

वीएम हाॅल यूनिवर्सिटी का महत्वपूर्ण हॉल है। यहां के चार हॉस्टल में सात सौ से ज्यादा छात्र रहते हैं। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और अमेरिका में प्रमुख उद्योग पति फ्रेंक इस्लाम ने इसी हॉल में रहकर एएमयू में पढ़ाई की थी।

- प्रो. जमीर उल्लाह खान, प्रोवोस्ट वीएम हॉल एएमयू