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Ram Mandir Ayodhya: राम मंदिर में शुरू होगी राग सेवा, दिग्गज कलाकारों की प्रस्तुति से सजेगी रामलला की सभा

राम मंदिर में आरंभ हुई 48 दिवसीय मंडल पूजा के अंतर्गत रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से 26 जनवरी से 10 मार्च तक रामलला के गर्भगृह के सम्मुख गूढ़ मंडप में श्रीराम-राग-सेवा का आयोजन किया जा रहा है जिसमें देश के प्रख्यात कलाकार अपनी-अपनी कला के माध्यम से राग-सेवा अर्पित करेंगे। इसके अंतर्गत नृत्य गायन और वादन की विधाओं में लगभग हर प्रकार की सांगीतिक प्रस्तुतियां प्रस्तावित हैं।

By Raghuvar Sharan Edited By: Vinay Saxena Updated: Fri, 26 Jan 2024 07:49 AM (IST)
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राग सेवा का आरंभ प्रख्यात गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी अपनी प्रस्तुति से करेंगी।

संवाद सूत्र, अयोध्या। राम मंदिर में आरंभ हुई 48 दिवसीय मंडल पूजा के अंतर्गत रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से 26 जनवरी से 10 मार्च तक रामलला के गर्भगृह के सम्मुख गूढ़ मंडप में 'श्रीराम-राग-सेवा' का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें देश के प्रख्यात कलाकार अपनी-अपनी कला के माध्यम से राग-सेवा अर्पित करेंगे। इसके अंतर्गत नृत्य, गायन और वादन की विधाओं में लगभग हर प्रकार की सांगीतिक प्रस्तुतियां प्रस्तावित हैं। दोपहर तीन से शाम पांच बजे तक प्रस्तुति देने वालों में देश के मूर्धन्य कलाकार शामिल होंगे।

इस सांगीतिक महोत्सव के परिकल्पनाकार और समन्वयक अयोध्या राज परिवार के सदस्य प्रख्यात साहित्यकार एवं कलाविद् यतींद्र मिश्र हैं, उन्हें केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी सहयोग प्रदान कर रही है।

उत्तर भारतीय तथा कर्नाटक पद्धति के शास्त्रीय संगीत के माध्यम से होने वाली इस राग-सेवा में संगीत, नृत्य तथा वादन के अतिरिक्त विभिन्न राज्यों के लोक गायकों और नृत्यों का भी समावेश किया गया है। प्रस्तुति देने वाले कलाकारों में स्वप्नसुंदरी (विलासिनी नाट्यम), दर्शना झावेरी (मणिपुरी नृत्य), वैजयंतीमाला और नंदिनी रमणी (भरतनाट्यम), हेमा मालिनी (भरतनाट्यम-नृत्य नाटिका), पद्मा सुब्रमण्यम (भरतनाट्यम), सुजाता महापात्र (ओडिसी) संख्या पुरेचा (भरतनाट्यम) तथा प्रेरणा श्रीमाली (कथक) सहित कर्नाटक संगीत पद्धति की प्रतिनिधि जयंती कुमारेश, सिक्किल गुरुचरण, अरुणा साईराम, सुकन्या शामिल हैं।

शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति देने वालों में अश्विनी भिड़े देशपांडे, देवकी पंडित, राहुल देशपांडे, मीता पंडित, सुनंदा शर्मा, पंडित साजन मिश्र एवं स्वरांश मिश्र होंगे। रामलिंगम शास्त्री एवं दीपिका रेड्डी का कुचिपुड़ी नृत्य, शिवानन्ं हेगड़े का यक्षगान तथा केरल के त्रिवेंद्रम स्थित कुडियाट्टम सेंटर से कुडियाट्टम की प्रस्तुतियों होंगी। प्रख्यात वादकों में पुष्पराज कोष्ठी का सुरबहार पादन, पूर्वायन चटर्जी का सितार, चेतन जोशी की बांसुरी, जयंती कुमारेश की वीणा, राजेंद्र प्रसन्ना की शहनाई, अभय सोपोरी की संतूर, अनुपमा भागवत का सितार तथा अयोध्या के पं. अजय एवं विजय रामदास का पखावज वादन होगा।

मंदिरों से संबधित शास्त्रीय और उपशास्त्रीय गायन की शैलियों में उदय भवालकर का ध्रुपद गायन, पूर्णदास बाउल का बाउल संगीत, उषा बारले की पांडवानी, रंजना झा का भक्ति-संगीत, योगेश गढ़वी का चारनी गायन, जसबीर जस्सी का भजन व गुरुबानी गायन, पंकज महाराज का वारकरी कीर्तन, पंडित जयतीर्थ मेहुंडी का अभंग गायन, पं. चंद्रप्रकाश का हवेली संगीत, बासंती बिष्ट का जागर, पंडित रतनमोहन शर्मा का मंत्र गायन, हेमंत राजाभाई का निर्गुण व भजन गायन, गौरी माढवरकर का मंत्र व भजन गायन, दयाराम मांड का राजस्थानी मांड, उमा माहेश्वरी का हरिकथा कालक्षेपम तथा विजय कुमार जैना का ओडिसी संगीत होगा।

इनके अतिरिक्त भजन गायन के लिए अनुराधा पौडवाल, अनूप जलोटा, शेखर सेन, सुरेश वाडकर अपनी प्रस्तुतियां देंगे। कृष्ण आराधना को समर्पित अंतरराष्ट्रीय संस्था इस्कान की ओर से एक दिन कीर्तन को समर्पित होगा।

मालिनी की प्रस्तुति से होगा राग सेवा का आरंभ

शुक्रवार को राग सेवा का आरंभ प्रख्यात गायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी अपनी प्रस्तुति से करेंगी। रामकथा व ओडिसी नृत्य से राग सेवा 10 मार्च को सम्पन्न होगी। 45 दिवसीय इस समारोह में 100 से अधिक कलाकार भाग ले रहे हैं और बिना पारिश्रमिक लिए अपनी सेवाएं प्रस्तुत कर रहे हैं।