Barabanki News: दुष्कर्म पीड़िता पर दबाव बनाकर समझौता कराने में चौकी इंचार्ज सस्पेंड, कोतवाल लाइन हाजिर
यूपी के बाराबंकी में नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई के करने की जगह समझौता करा दिया। चौकी पर चली पंचायत में चौकी इंचार्ज ने पीड़िता के मामा के खाते में आरोपी से रुपये भेजवा दिए। सुलहनामा में पीड़िता की वृद्ध दादी आदि के हस्ताक्षर भी करा लिए। मामला पुलिस अधीक्षक तक पहुंचा तो प्रारंभिक जांच के बाद चौकी इंचार्ज को निलंबित कर दिया है।
जागरण संवाददाता, बाराबंकी। नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई के करने की जगह समझौता करा दिया। चौकी पर चली पंचायत में चौकी इंचार्ज ने पीड़िता के मामा के खाते में आरोपी से रुपये भेजवा दिए। सुलहनामा में पीड़िता की वृद्ध दादी आदि के हस्ताक्षर भी करा लिए। मामला पुलिस अधीक्षक तक पहुंचा तो प्रारंभिक जांच के बाद चौकी इंचार्ज को निलंबित कर दिया है। कोतवाल को लाइन हाजिर कर दिया है।
मसौली कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 16 वर्षीय किशोरी के माता-पिता का देहांत हो चुका है। 22 अगस्त की शाम वह शौच के लिए गई थी। रास्ते से उसका अंकित वर्मा ने कार से अपहरण कर लिया और शहर ले जाकर कमरे में बंधक बनाकर दुष्कर्म किया। 25 अगस्त तक उसे रखा और गाजियाबाद तक ले गया। इस दौरान शारीरिक शोषण होता रहा।
25 अगस्त की सुबह नौ बजे आरोपित पीड़िता को गांव के बाहर छोड़कर भाग गया। पहले पीड़िता के मामा ने पुलिस चौकी में भांजी के गायब होने की सूचना दी थी, कोई कार्रवाई नहीं की गई। जब 25 अगस्त को पीड़िता मिली तो आरोपित के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाए चौकी इंचार्ज मनोज कुमार ने पंचायत शुरू कर दी। पीड़िता पर एक लाख रुपये लेकर मामले में समझौते का दबाव बनाया। आरोपित पक्ष ने मामा के खाते में 50 हजार रुपये भेज भी दिए। जब पीड़िता के मामा ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत की, तब जाकर मसौली पुलिस ने आरोपित पर मुकदमा दर्ज किया।
एसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है। वहीं, समझौता कराने को लेकर चौकी इंचार्ज को निलंबित और कोतवाल अरुण प्रताप सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है। पीड़िता के पिता की सितंबर 2018 में हत्या हो गई थी और बाद में उसकी मां ने आत्महत्या कर ली थी। उसका एक भाई है और दोनों की परवरिश उनके मामा करते हैं।