Ayodhya Bus Route: सोच-समझकर करें सफर, बसों को अयोध्या जाने से रोका, दो दिन लखनऊ तक होगा संचालन
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर अयोध्या में जमकर तैयारियां चल रही हैं। इस दौरान सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। आखिरकार बड़ी-बड़ी हस्तियां वहां आने वाली हैं। ऐसें में बाहरी वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। ऐसे में बरेली रीजन से शुरू की गईं परिवहन निगम की सातों बसों का संचालन प्रभावित रहेगा।
जागरण संवाददाता, बरेली। अयोध्या में 22 जनवरी को श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर वहां बिना अनुमति वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। शुक्रवार रात को पहुंचने वाली बसों को अयोध्या में प्रवेश करने से रोक दिया गया।
ऐसे में बरेली रीजन से शुरू की गईं परिवहन निगम की सातों बसों का संचालन प्रभावित रहेगा। बरेली, पीलीभीत और बदायूं डिपो से संचालित होने वाली बसें अयोध्या तक नहीं जा सकेंगी। अब इन सात रोडवेज बसों को भी लखनऊ तक संचालित किया जाएगा।
बरेली परिक्षेत्र की बरेली डिपो, रुहेलखंड डिपो और बदायूं डिपो से दो-दो बसों को और पीलीभीत डिपो से एक बस को संचालित अयोध्या के लिए संचालित किया जा रहा है। रुहेलखंड और बरेली डिपो की एक-एक बस को गुरुवार को कैंट विधायक ने पूजन करके अयोध्या भेजा था।
अब वहां पर रोक लगने से संचालन प्रभावित होगा। क्षेत्रीय प्रबंधक दीपक चौधरी ने बताया कि बस संचालन प्रभावित नहीं होगा। अयोध्या जाने वाली बसों को लखनऊ में रोका जाएगा। श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद 23 जनवरी से अयोध्या के लिए बसों का संचालन पूर्ववत हो जाएगा।
अवधपुरी की राह बताएंगे रोडवेज कर्मचारी
अवधपुरी में रामलला विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के कारण वहां श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने लगी है। दो दिन तक वहां जाने पर रोक लगा दी गई है। केवल आमंत्रित अतिथियों को ही बुलाया जा रहा है। इसके बाद वहां पर श्रद्धालु जाएंगे तो उनको किसी तरह की परेशानी न हो तो नाथनगरी के रोडवेज कर्मचारी अवधपुरी की राह दिखाएंगे।
परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक दीपक चौधरी का कहना है कि सेटेलाइट बस अड्डा और पुराना बस अड्डा पर हेल्प डेस्क बनाई गई है, जिसमें आठ-आठ घंटों के लिए तीन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। ये लोग अयोध्या जाने के लिए बसों के बारे में बताएंगे। सीधी बस सेवा न मिलने पर वह लखनऊ के आगे मिलने वाली बसों के बारे में भी बताएंगे।