Covid-19 Update : कोरोना संक्रमण जांच ने आईवीआरआई लैब पर बढ़ाया दवाब, प्रशासन से मांंगी जांच किट Bareilly News
संदिग्ध मरीज होने पर पूल और रेंडम टेस्टिंग के जरिए कोरोना संक्रमण जांचने के प्रयास जोरों पर हैं। यही वजह है कि आईवीआरआई में बनी जैविक लैब पर अधिक दबाव पड़ा है।
बरेली, जेएनएन। कोरोना संक्रमण की जांच के लिए संदिग्ध मरीजों के सैंपल भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) पहुंचते हैं। यहां कोरोना संक्रमण जांचने वाली मेडिकल किट की किल्लत पैदा हो गई है। मामला प्रशासकीय अधिकारियों तक पहुंचने के बाद अपर नगर मजिस्ट्रेट अरुण मणि आईवीआरआई की जैविक लैब में पहुंचे थे। जानकारी के मुताबिक करीब सौ किट ही लैब स्टाफ के पास मौजूद हैं ।
बरेली में गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र के प्रवासी बड़ी संख्या में आ रहे हैं। आशंका के आधार पर उन्हें क्वॉरेंटाइन भी किया जा रहा। संदिग्ध मरीज होने पर पूल और रेंडम टेस्टिंग के जरिए कोरोना संक्रमण जांचने के प्रयास जोरों पर हैं। यही वजह है कि आईवीआरआई में बनी जैविक लैब पर अधिक दबाव पड़ा है। लैब को शासन की मंजूरी मिलने के बाद दो किस्त में 1-1 हजार कोरोना जांच किट भिजवाई गई थीं। औसतन 50 जांच प्रतिदिन लैब में हो रही हैं। बताया जा रहा है कि उन्नीस सौ किट का इस्तेमाल किया जा चुका है।
कुछ दिन पहले डीएम कैंप कार्यालय में आईवीआरआई निदेशक राजकुमार सिंह और सीएमओ डॉ वीके शुक्ला के साथ डीएम नीतीश कुमार ने मीटिंग की थी। जांच का दायरा बढ़ाकर 250 तक लेकर जाने पर रजामंदी बनी थी। इसी वक्त नई कोरोना जांच किट के लिए निदेशक की तरफ से मांग सौंपी गई थी लेकिन लैब को कोरोना जांच किट की नई खेप नहीं मिल सकी।
दो हजार नई जांच किट की मांग प्रशासन से की गई है। पहले चरण में मिल चुकी जांच किट के खत्म होने से पहले हमें नई किट की खेप मिलने का आश्वासन मिला है। इससे सैंपल की जांच नहीं रुकेगी। डॉक्टर वीके गुप्ता, जैविक लैब प्रभारी, आईवीआरआई
मैं इस संदर्भ में कुछ नहीं कहना चाहता हूं इतना जरूर भरोसा दिलाता हूं कि नियमानुसार जांच होती रहेंगी। किट की कमी नहीं होने दी जाएगी। डॉक्टर विनीत शुक्ला, सीएमओ बरेली