Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Flood Alert: मध्यम फ्लड की श्रेणी में पहुंचा गंगा का जलस्तर; अनूपशहर में आबादी के अंदर घुसा बाढ़ का पानी

Flood Alert In Bulandshahr बरसात में बिजनौर बैराज से पानी छोड़ने से गंगा नदी ने उफान मारना शुरू कर दिया है। अनूपशहर में मंदिर बाढ़ के पानी में डूबे हैं। गंगास्नान के लिए आने वाले श्रद्धालु घाट के बरामदे में ही स्नान कर रहे हैं। मध्यम फ्लड की श्रेणी में आने पर प्रशासन लगातार नजर रखे हुए हैं। बाढ़ के लिए चौकियां बनी हैं।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Sat, 03 Aug 2024 11:43 AM (IST)
Hero Image
आबादी में घुसने लगा है गंगा का पानी।

जागरण संवाददाता, बुलंदशहर। पहाड़ी और मैदानी क्षेत्र में बरसात होने और बिजनौर बैराज से पानी छोड़े जाने से शनिवार सुबह नरौरा बैराज पर गंगा की अप स्ट्रीम में 176678 क्यूसेक पानी की उपलब्धता के साथ गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गई। गंगा की डाउनस्ट्रीम में 162668 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। जिससे गंगा का जलस्तर मध्यम फ्लड श्रेणी में पहुंच गया है। अनूपशहर में बाढ़ का पानी मंदिरों के चारों ओर एकत्र हो गया।

बिजनौर बैराज से छोड़े पानी और पहाड़ी एवं मैदानी क्षेत्र में बरसात से गंगा जल स्तर में वृद्धि हो रही है। शनिवार की सुबह को नरौरा बैराज पर गंगा की अपस्ट्रीम में 176678 क्यूसेक पानी व डाउनस्ट्रीम में 162668 क्यूसेक पानी की निकासी दर्ज की गई। जिससे गंगा का जल स्तर मध्यम फ्लड की श्रेणी में पहुंच गया है। गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 39 सेंटीमीटर नीचे चल रहा है।

आबादी में भी घुसने लगा पानी

अनूपशहर में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ने के चलते बाढ़ का पानी आबादी में घुस गया। गंगा द्वार मोहल्ला स्थित लाल महादेव मंदिर समेत अन्य कई मंदिरों के चारों ओर बाढ़ का पानी आ गया। शुक्रवार को देर शाम गंगा में बाढ़ का पानी जाहन्वी प्लेटफॉर्म तथा मोहल्ला गंगाद्वार में सड़क पर घुस गया था। अभी भी बाढ़ का पानी ज्यों का त्यों बना हुआ है।

बाढ़ की चेतावनी से किसान परेशान

हरिद्वार बैराज से दो लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से गंगा में बाढ़ की स्थिति बनी है। गंगा किनारे बसे गांवों के लेखपालों के माध्यम से ग्रामीणों को सावधान रहने की चेतावनी दी है। गंगा किनारे बसे गांव अहार, कल्याणपुर, मारगपुर, हसनपुर, सिरौरा, बच्चीखेड़ा आदि गांवों के किसानों को पशुओं के चारे की समस्या का सामना करना पड़ता है। नगर में भी श्रद्धालुओं को सीढ़ियों के सबसे ऊपर या घाट के बरामदे में स्नान करना पड़ रहा है।

ये भी पढ़ेंः यूपी में बनेगा तीसरा एक्सप्रेस-वे: डेढ़ घंटे में आगरा से ग्वालियर का सफर, 4263 करोड़ रुपये से होगा निर्माण

ये भी पढ़ेंः Taj Mahal: ताजमहल में दो युवकों ने चढ़ाया गंगाजल, सीआईएसएफ ने पकड़ा; अखिल भारत हिन्दू महासभा ने ली जिम्मेदारी

बाढ़ की श्रेणी व खतरे का निशान

  • 30 हजार से एक लाख क्यूसेक तक सामान्य फ्लड श्रेणी
  • एक लाख से 1.50 लाख क्यूसेक तक लो फ्लड श्रेणी
  • 1.50 लाख से 3.50 लाख क्यूसेक तक मीडियम फ्लड श्रेणी
  • 3.50 लाख क्यूसेक से ऊपर हाई फ्लड श्रेणी
  • खतरे का निशान की ऊंचाई - 178.765 मीटर
  • बाढ़ की स्थिति से निपटने का इंतजाम पर नजर
  • जिले में बनाई गई बाढ़ चौकियां- 16
  • जिले में बनाए गए राहत शिविर - 16
  • मोटर बोट - एक
  • सेफ्टी किट - 57

गंगा की अपस्ट्रीम में 176678 क्यूसेक पानी की उपलब्धता के साथ गंगा का जलस्तर मध्यम फ्लड की श्रेणी में पहुंच गया है। गंगा की डाउनस्ट्रीम में 162668 क्यूसेक प्रति सेकेंड की दर से पानी की निकासी की जा रही है। गंगा का जल स्तर खतरे के निशान से 39 सेंटीमीटर नीचे चल रहा है। - अंकित सिंह, सहायक अभियंता नरौरा बैराज