Deoria Murder Case: दो साल पहले मर चुके शख्स को बना दिया आरोपी, पुलिस की कार्यशैली पर खड़े हो रहे सवाल
देवरिया में हुए नरसंहार के बाद पुलिस ने मृतक सत्यप्रकाश दुबे की बेटी शोभिता के तहरीर पर 27 नामजद व 50 अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया। जिसमें भाटपाररानी विधानसभा में स्थित खामपार थाना क्षेत्र के केहुनिया में भी आठ आरोपित बनाये गए। पुलिस द्वारा दर्ज इन आठ नामों में से एक आरोपित की मृत्यु दो वर्ष पहले हो चुकी है।
मोहित शुक्ला, भाटपाररानी। देवरिया के फतेहपुर कांड ने जहां देश को झकझोर कर रख दिया है वहीं इस मामले में मुकदमा दर्ज करने में पुलिस की एक और खामी सामने आई है। जल्दबाजी के चक्कर में पुलिस ने दो वर्ष पहले मृत व्यक्ति को भी घटना में आरोपित बना दिया है। पुलिस की इस कार्यशैली पर अब लोग सवाल खड़ा रहे हैं।
दो अक्टूबर को रुद्रपुर के अंतर्गत फतेहपुर के लेहड़ा टोला में हुए नरसंहार के बाद पुलिस ने मृतक सत्यप्रकाश दुबे की बेटी शोभिता के तहरीर पर 27 नामजद व 50 अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया। जिसमें भाटपाररानी विधानसभा में स्थित खामपार थाना क्षेत्र के केहुनिया में भी आठ आरोपित बनाये गए। पुलिस द्वारा दर्ज इन आठ नामों में से एक आरोपित की मृत्यु दो वर्ष पहले हो चुकी है। धीरे-धीरे पुलिस द्वारा की गई लापरवाह कार्रवाई की असलियत अब सामने आ रही है।
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दो साल पहले ही हो चुकी है जयप्रकाश की मृत्यु
रुद्रपुर नरसंहार मामले में खामपार थाना क्षेत्र के केहुनिया के रहने वाले दिवाकर तिवारी पुत्र रबिन्द्र तिवारी, अमरनाथ नाथ तिवारी, पवन तिवारी पुत्र अमरनाथ, श्रीप्रकाश दुबे, जयप्रकाश दुबे व श्रीराम दुबे पुत्रगण ब्रिजनारायन दुबे, प्रभात दुबे पुत्र श्रीप्रकाश, बीरू दुबे पुत्र श्रीराम दुबे पर मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें जयप्रकाश की मृत्यु दो वर्ष पहले हो चुकी है। केहुनियां के ग्राम प्रधान रामअशीष ने कहा कि जयप्रकाश की मृत्यु दो साल पहले ही हो चुकी है। इन पर मुकदमा कैसे हो सकता है?
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