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जलेसर में डेंगू से हो चुकीं पांच मौतें

जलेसर कस्बा में डेंगू पीड़ितों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। अब तक

By JagranEdited By: Updated: Mon, 04 Oct 2021 05:12 AM (IST)
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जलेसर में डेंगू से हो चुकीं पांच मौतें

जागरण संवाददाता, एटा : जलेसर कस्बा में डेंगू पीड़ितों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। अब तक पांच मौतें हो चुकी हैं। मृतकों के घरों में कोहराम मचा है।

कस्बा जलेसर के मुहल्ला हथोड़ा निवासी मीडिया कर्मी अशोक भारद्वाज के 21 वर्षीय धेवते कुशाग्र की आगरा के निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत ही गई। कुशाग्र बचपन से ही अपने नाना के साथ जलेसर में रहता था तथा दी दिन पूर्व ही उसकी डेंगू की रिपोर्ट पाजिटिव आई थी। इसके अलावा सप्ताह इलमा (13) पुत्री इश्तियाक, इशाद (13) पुत्र हैदर, जुनेद (2) पुत्र वाहिद तथा मलिहा (2) पुत्री कारी मुजीब की भी डेंगू के चलते मौत हो गई थी। खास बात यह है कि इन मौतों का आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग के पास उपलब्ध नहीं है और न ही वह अपने रिकार्ड में शामिल कर रहा। अधिकारियों का कहना है कि जब स्वास्थ्य विभाग के पास कोई रिकार्ड ही नहीं है तो कैसे मान लिया जाए कि डेंगू से मौत हुई है। वहीं जिनकी मौतें हुईं हैं उन्होंने निजी लैब में जांच कराई थी और वहां डेंगू की पुष्टि हुई तथा कई दिनों तक उपचार भी चला। कई स्थानों पर नहीं एंटी लार्वा दवा का छिड़काव

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कई स्थानों पर एंटी लार्वा दवा का छिड़काव नहीं किया जा रहा। जिसकी वजह से मच्छरों का प्रकोप और ज्यादा बढ़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत को दवा के छिड़काव की जिम्मेदारी सौंपी गई है, लेकिन वहां भी हीलाहवाली दिखाई दे रही है। सकीट, जलेसर, अवागढ़, निधौली कलां, मारहरा, जैथरा, अलीगंज आदि विकास खंड क्षेत्रों के तमाम गांवों से स्वास्थ्य विभाग के पास यह शिकायतें पहुंच रहीं हैं कि गांवों में दवा का छिड़काव नहीं हो रहा।