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UP News: आयकरदाता खा गए करोड़ों का मुफ्त राशन, लोगों के लालच ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में लगाई सेंध

चार वर्षों में आयकरदाता एक ही जिले में 30.54 करोड़ रुपये का राशन मुफ्त खा गए। गोंडा ही नहीं अयोध्या हरदोई बाराबंकी बहराइच तथा सुलतानपुर समेत लगभग हर जिले में हजारों लोग इसका अनुचित फायदा लेते पाए गए हैं। सरकार की ओर से जिला पूर्ति अधिकारी को इसकी सूची आने के बाद विभाग के साथ ही कार्डधारकों में हलचल है।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Sun, 14 Jul 2024 05:45 AM (IST)
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आयकरदाता खा गए करोड़ों का मुफ्त राशन

पवन मिश्र, जागरण, गोंडा। लोगों के लालच ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में भी सेंध लगा दी। आयकरदाता चार वर्ष से दस जिलों के हजारों गरीबों के राशन पर डाका डालते रहे। इस प्रकरण की जानकारी पर प्रदेश सरकार के सख्त कदम उठाने के बाद खाद्य एवं रसद विभाग ने जांच कराई।

धांधली सामने आने पर अब जिलेवार अपात्रों की सूची भेजकर जिलापूर्ति अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। पूर्ति विभाग ने भी राशनकार्ड निरस्त करने की कार्यवाही शुरू कर दी है। अकेले गोंडा जिले में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 7866 आयकरदाता प्रतिमाह 63.63 लाख रुपये का राशन मुफ्त ले रहे हैं।

इन जगहों पर भी फ्री राशन का लाभ ले रहे लोग

चार वर्षों में आयकरदाता एक ही जिले में 30.54 करोड़ रुपये का राशन मुफ्त खा गए। गोंडा ही नहीं अयोध्या, हरदोई, बाराबंकी, बहराइच तथा सुलतानपुर समेत लगभग हर जिले में हजारों लोग इसका अनुचित फायदा लेते पाए गए हैं। सरकार की ओर से जिला पूर्ति अधिकारी को इसकी सूची आने के बाद विभाग के साथ ही कार्डधारकों में हलचल है।

गोंडा के जिला पूर्ति अधिकारी कृष्ण गोपाल पांडेय ने बताया कि आयुक्त खाद्य एवं रसद विभाग ने अपात्र राशनकार्ड धारकों की सूची विभाग पोर्टल पर भेजी है, जिसमें 7866 आयकरदाता भी शामिल हैं। अपात्रों के राशनकार्ड को निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

कोरोना संक्रमण के दौरान घर लौट रहे प्रवासियों व जरूरतमंदों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार ने जून 2020 से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना शुरू की थी। इसके तहत गृहस्थी राशन कार्ड के प्रत्येक सदस्य को पांच किलो गेहूं या चावल मुफ्त देने की व्यवस्था की गई।

अपात्रों ने सरकारी सिस्टम की लापरवाही से सेंध लगा ली

औसतन एक राशनकार्ड में कम से पांच सदस्यों को सरकार हर माह करीब 809 रुपये का अनाज मुफ्त देती है। इसमें भी अपात्रों ने सरकारी सिस्टम की लापरवाही से सेंध लगा ली। आयकर देने वाले राशनकार्ड बनवाकर चार वर्ष से लगातार मुफ्त राशन ले रहे हैं।

आयुक्त खाद्य एवं रसद विभाग ने दो माह पहले आधार सीडिंग के बाद आयकर, कृषि व अन्य विभागों से योजना का लाभ लेने वाले लाभार्थियों की सूची मांगी थी। आधार से मिलान के बाद आयकरदाता व अन्य योजनाओं का लाभ लेने के साथ ही मुफ्त राशन लेने वालों की पुष्टि हुई है।

आयकरदाताओं की सूची मिलने के बाद भले ही विभाग ने उनके राशनकार्ड को निरस्त करने की तैयारी शुरू कर दी हो, लेकिन राशनकार्ड बनवाने की प्रक्रिया व पात्रों के चयन पर भी सवाल खड़ा हो रहा है।

कहां कितने आयकरदाता ले रहे मुफ्त राशन

सुलतानपुर 9500

बलरामपुर 728

लखीमपुर 5024

अंबेडकरनगर - 5600

बहराइच -3878

अयोध्या 11000

बाराबंकी 10,500

श्रावस्ती 979

हरदोई 5500

सीतापुर 5424