UP News : डॉक्टर ने पेशाब नली में डाला मोटा पाइप, मरीज को दर्द होने लगा तो अस्पताल से भगाया, जवाब मांगने पर…
UP News - पेशाब में जलन की समस्या पर आशा देव मेमोरियल सर्जिकल एंड मैटरनिटी हॉस्पिटल पहुंचे मरीज की बेकदरी की गई। मरीज के पेशाब नली में मोटा पाइप डाल दिया गया जिससे खून बहने लगा। चिकित्सक से शिकायत करने पर उसे अस्पताल से भगा दिया गया। शिकायत के बाद अब स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई शुरू की है। हॉस्पिटल संचालक से जवाब मांगा गया है।
संवाद सूत्र, गोंडा। पेशाब में जलन की समस्या पर आशा देव मेमोरियल सर्जिकल एंड मैटरनिटी हॉस्पिटल पहुंचे मरीज की बेकदरी की गई। मरीज के पेशाब नली में मोटा पाइप डाल दिया गया, जिससे खून बहने लगा। चिकित्सक से शिकायत करने पर उसे अस्पताल से भगा दिया गया। शिकायत के बाद अब स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई शुरू की है। हॉस्पिटल संचालक से जवाब मांगा गया है।
श्रीनगर बाबागंज निवासी दिलीप कुमार कसौंधन ने मुख्यमंत्री, डीएम व पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर कहा कि उनके बेटे अतुल कुमार को पेशाब में जलन की शिकायत थी। तीन सितंबर को उन्होंने बेटे को आशा देव मेमोरियल सर्जिकल एंड मैटरनिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां मेडिकल स्टाफ ने पेशाब नली में मोटा पाइप डाल दिया, इससे बेटे को तेज दर्ज हुआ और पेशाब के रास्ते से खून निकलने लगा। घबरा कर उन्होंने चिकित्सक को अवगत कराया तो वह भड़क गए और अस्पताल से भगा दिया।
डॉक्टरों ने ऑपरेशन के लिए कहा
बेटे का इलाज लखनऊ पंवार क्लीनिक अलीगंज में चल रहा है। पिता ने बताया कि लखनऊ में चिकित्सक ने गलत तरीके से पाइप डालने व रास्ता बंद होने के कारण ऑपरेशन करने की बात कही है। कहा कि लापरवाही के कारण अब मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। कार्रवाई करने की मांग की है।
आशा देव मेमोरियल सर्जिकल एंड मैटरनिटी हॉस्पिटल प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंधक/संचालक से जवाब मांगा गया है। स्पष्टीकरण के साथ कार्यालय में बुलाया गया है।
-डाॅ. सीके वर्मा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी गोंडा।
हॉस्पिटल प्रबंधन ने कहा- आरोप निराधार
हॉस्पिटल के प्रबंधक देवेंद्र माेहन शुक्ल ने कहा कि मरीज पेशाब रुक जाने की समस्या से परेशान होकर आया था। छह नंबर की एनजी पाइप डाल करके मरीज को समस्या से निजात दिलाया। पेशाब रुकने का कारण पता लगाया गया। मरीज व तीमारदार घर पर परामर्श करके दोबारा दिखाने की बात कह कर चले गए थे। गलत इलाज का आरोप निराधार है। अधिकारियों को जवाब भेज दिया है।