देवरिया नरसंहार में इस्तेमाल हथियार नहीं लगे पुलिस के हाथ, सत्यप्रकाश व दो बच्चों को गोली मारकर ली थी जान
देवरिया जिले में दो अक्टूबर को दुबे परिवार के पांच लोगों सहित छह की हत्या के मामले में शासन से लेकर जिला प्रशासन व पुलिस कार्रवाई करने में जुटी है। इस बीच हत्याकांड के पांच दिन बाद भी वारदात में इस्तेमाल हथियार नहीं बरामद किए जा सके हैं। सत्यप्रकाश दुबे और दो बच्चों की हत्या गोली मारकर की गई थी। पुलिस गोली मारने वालों की तलाश कर रही है।
जागरण संवाददाता, देवरिया। फतेहपुर के लेहड़ा टोला में एक ही परिवार के पांच लोगों की हुई हत्या की घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। पांच दिन बीतने के बाद भी पुलिस की जांच में अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है कि सत्यप्रकाश व दो बच्चों की गोली मारकर हत्या किसने की? साथ ही घटना में प्रयुक्त असलहा व धारदार हथियार भी बरामद नहीं हो सके हैं। उधर, आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छह टीमें लगातार दबिश दे रही है।
20 आरोपित जा चुके हैं जेल
लेहड़ा टोला में पूर्व जिला पंचायत सदस्य की हत्या के बाद सत्यप्रकाश दुबे समेत पांच सदस्यों की हत्या कर दी गई। इसमें सत्यप्रकाश दुबे, उनकी बेटी व बेटे की गोली मारकर हत्या की गई थी। इसकी पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुई है। पुलिस ने इस मामले में 27 नामजद व 50 अज्ञात के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया है और 20 आरोपित जेल भेजे जा चुके हैं।
नहीं बरामद हुए हथियार
अब सवाल यह उठता है कि पुलिस अभी तक घटना में प्रयुक्त असलहा, जिससे गोली मारकर हत्या की गई, उसकी बरामदगी नहीं कर सकी है। इसके अलावा वह धारदार हथियार, जिससे सत्यप्रकाश दुबे की पत्नी व एक बेटी पर प्रहार कर मौत के घाट उतारा गया, उस धारदार हथियार को भी अभी तक पुलिस बरामद नहीं कर सकी है।
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सूरत में मिली सत्यप्रकाश दुबे के भाई साधु की लोकेशन
फतेहपुर की घटना को लेकर सत्यप्रकाश दुबे के भाई ज्ञान प्रकाश दुबे उर्फ साधु दुबे की याद पुलिस-प्रशासन को आई है। पुलिस की जांच में साधु की लोकेशन सूरत में मिली है। पुलिस टीम सूरत भेजने की तैयारी की जा रही है। हालांकि पुलिस के अधिकारी इसको लेकर कुछ कहने से अभी परहेज कर रहे हैं।
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लेहड़ा गांव के रहने वाले सत्यप्रकाश दुबे के छोटे भाई ज्ञान प्रकाश उर्फ साधु दुबे ने 2014 में अपने हिस्से की भूमि का बैनामा पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव व उसके भाई रामजी यादव के नाम से की थी। इसके बाद से ही दोनों पक्षों में तनाव शुरू हो गया था। भूमि बैनामा करने के बाद साधु बहुत दिनों तक प्रेमचंद के घर रहा। कुछ माह पहले वह कमाने के लिए चला गया। एसपी संकल्प शर्मा ने बताया कि साधु से बातचीत की जाएगी।