कौन हैं IPS इंदु प्रभा सिंह, जिनके राज में महिलाओं को मिल रहा इंसाफ, अपराधियों से होता है पूरा हिसाब
IPS Indu Prabha Singh गोरखपुर की पहली महिला एसपी क्राइम इंदु प्रभा सिंह अपराधियों के लिए काल तो पीड़ितों के लिए भगवान बनी हैं। वह आधी आबादी को सुरक्षित महसूस कराने को प्रयासरत हैं। जिले में तीन साल से उनकी तैनाती है। वह जिले की पहली महिला एसपी क्राइम होने के साथ ही मिशन शक्ति व शक्ति दीदी अभियान की हिस्सा भी हैं।
सतीश पांडेय, गोरखपुर। जब भी किसी पर अत्याचार होता है तो एसपी क्राइम इंदु सिंह (IPS Indu Prabha Singh) इंसाफ दिलाने के लिए तत्पर मिलती हैं। उनका प्रयास होता है कि अपराधियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी हो और सख्त सजा मिले। महिलाओं के सम्मान को सुरक्षित रखना उनकी प्राथमिकता है। वह गोरखपुर में पिछले तीन वर्ष से तैनात हैं। आधी आबादी खुद को सुरक्षित महसूस करे इसके लिए उन्होंने कई अभियान चलाया। वह जिले की पहली महिला एसपी क्राइम होने के साथ ही मिशन शक्ति व शक्ति दीदी अभियान की हिस्सा भी हैं।
शुरू से ही पुलिस सेवा में जाने का था सपना
गोंडा जिले के खोडारे की रहने वाली इंदु प्रभा सिंह के पिता निजी कंपनी में काम करते थे। तीन भाई-बहनों में दूसरे नंबर की इंदु प्रभा का सपना ग्वालियर में पढ़ाई के दौरान ही पुलिस सेवा (Police Service) में जाने का था। 2005 में उनका सपना पूरा हुआ। उत्तर प्रदेश सिविल सर्विस सेवा की परीक्षा उत्तीर्ण कर व डिप्टी एसपी बनीं। 2009 में प्रशिक्षण पूरा होने के बाद फील्ड में पोस्टिंग मिली। पिछले 14 वर्ष से वह पीड़ितों को न्याय व अपराधियों को सजा दिलाने के लिए प्रयासरत हैं।
महिलाओं के अत्याचार से जुड़े मामलों में वह काफी सख्त मानी जाती हैं। अपने विचार साझा करते हुए इंदु प्रभा सिंह बताती हैं कि आज समाज बदल रहा है। पहले महिलाओं को इतनी आजादी नहीं मिली थी। आज सभी क्षेत्रों में महिलाओं का दबदबा है। जो लोग आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने का प्रयास करते है उन्हें सजा मिल रही है।
यह भी पढ़ें, CM Yogi Gorakhpur Visit: अपराधियों को सीएम योगी की कड़ी चेतावनी, 'अब कैमरा खुद बोल देगा गुनहगार कौन'
महिला अपराध से जुड़े मामले में अपराधियों को सजा दिलाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमे का ट्रायल कराकर सजा दिलवाया जा रहा है। कानून, प्रशासन सभी महिलाओं से जुड़े मामलों को आज सजगता से लेता है। मगर जरूरी है ये सजगता हमेशा कायम रहे ताकि आज की महिला भयमुक्त माहौल में जीवन जी सके।
परिवार का मिला हर कदम पर साथ
इंदु प्रभा सिंह के पति वरुण सिंह सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। इस समय उनकी तैनाती जम्मू में है। 10 वर्षीय बेटी कक्षा पांच में पढ़ती है। इंदु प्रभा बताती हैं कि घर की जिम्मेदारी के साथ ही मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी करती हूं। छात्र जीवन से ही पुलिस सेवा में आना चाहती थी। इसमें परिवार का पूरा समर्थन मिला। मेरे हर निर्णय पर आज भी परिवार के लोग समर्थन करते हैं।
यह भी पढ़ें, UP: सीएम के शहर में आंदोलन को हवा दे सरकार की छवि बिगाड़ने के लिए रची जा रही थी साजिश, नाकाम हुए खतरनाक मंसूबे
100 से अधिक लोगों को दिलाया न्याय
इंदु प्रभा सिंह 14 वर्ष से प्रांतीय पुलिस सेवा में कार्यरत हैं। उन्होंने 200 से अधिक मामलों को हल कर अपराधियों को सजा दिलाई। महिला अपराध से जुड़े 100 से अधिक मामले हल कराकर उनका सम्मान बढ़ाया। इन मामलों में घरेलू हिंसा, छेड़खानी, दुष्कर्म, अपहरण आदि के मामले शामिल हैं।