DDU: बंद होने के कगार पर गोरखपुर विश्वविद्यालय की स्पोर्ट्स फेलोशिप, रोकी गई खिलाड़ियों की सुविधा
गोरखपुर विश्वविद्यालय ने फेलोशिप पाने वाले खिलाड़ियों की सुविधा रोक दी है। इसके तहत खिलाड़ियों को विश्वविद्यालय की ओर से भोजन व अन्य सुविधाएं दी जा रही थीं। खिलाड़ियों की क्षमता और योग्यता की जांच के लिए कमेटी बना दी गई है। स्पोर्ट्स फेलोशिप की शुरुआत विश्वविद्यालय की ओर से 2020 में की गई थी। यह फेलोशिप 100 छात्र खिलाड़ियों को दी जानी थी।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रशासन ने दो वर्ष पहले शुरू की गई स्पोर्ट्स फेलोशिप को बंद करने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। जिन खिलाड़ी छात्रों को फेलोशिप के तहत भोजन व अन्य सुविधाएं विश्वविद्यालय की ओर से दी जा रही थीं, उन्हें बंद दिया गया है और खिलाड़ियों की क्षमता और योग्यता की जांच के लिए कमेटी बना दी गई है।
गुरु गोरखनाथ के नाम पर स्पोर्ट्स फेलोशिप की शुरुआत विश्वविद्यालय की ओर से 2020 में की गई थी। यह फेलोशिप 100 छात्र खिलाड़ियों को दी जानी थी। फेलोशिप के तहत खिलाड़ियों को मुफ्त शिक्षा, प्रशिक्षण, भोजन और किट सहित अन्य सुविधाएं दी जाने का प्रविधान किया गया था। फेलोशिप के लिए सत्र 2021-22 के 16 और 2022-23 में छह खिलाड़ी छात्रों का चयन किया गया। उन्हें सभी सुविधाएं प्रदान की जाने लगीं।
नियम के अनुसार इस फेलोशिप के लिए चयनित खिलाड़ियों के प्रदर्शन की हर वर्ष समीक्षा की जानी थी, लेकिन ऐसा हो न सका। फेलोशिप के नाम पर विश्वविद्यालय का धन खर्च होता रहा पर खिलाड़ी प्रदर्शन के मानक पर खरे नहीं उतरे।
खिलाड़ी छात्रों के भोजन की व्यवस्था विश्वविद्यालय के अतिथि गृह में की गई थी। इसके लिए विश्वविद्यालय ने अग्रिम धनराशि उपलब्ध करा दी थी। बीते दिनों जब अग्रिम धनराशि समाप्त हो गई तो खिलाड़ियों का भोजन रोक दिया गया तो उन्होंने इसकी शिकायत कुलपति प्रो. पूनम टंडन से की। कुलपति ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पूछताछ की तो पता चला कि जिन खिलाड़ियों को विश्वविद्यालय फेलोशिप दे रहा है, वह फेलोशिप के मानक पर प्रदर्शन नहीं कर रहे और इसे लेकर हर वर्ष समीक्षा भी नहीं की गई है।
कुलपति ने संपूर्ण प्रक्रिया की जांच के लिए कमेटी गठित करने का निर्णय लिया। ऐसे में अब इस फेलोशिप को आगे जारी रखने पर तभी निर्णय लिया जाएगा, जब कमेटी इसे लेकर सकारात्मक निर्णय देगी, जिसकी संभावना नहीं के बराबर है। विश्वविद्यालय की सूत्रों की मानें तो विश्वविद्यालय ने इस बंद करने का ले लिया है।
क्या कहते हैं कुलसचिव
डीडीयू गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. शांतनु रस्तोगी ने कहा कि गुरु गोरक्षनाथ स्पोर्ट्स फेलोशिप के चयनित खिलाड़ियों की क्षमता और योग्यता की जांच के लिए एक कमेटी गठित कर दी गई है। यह कमेटी सभी खिलाड़ियों का बीते दो वर्ष का प्रदर्शन रिकार्ड देखेगी, साथ ही अकादमिक योग्यता व कक्षा में उपस्थिति की जांच भी करेगी। अगर उनमें संभावना दिखेगी, तभी आगे की फेलोशिप दी जाएगी। इस फेलोशिप के लिए नए खिलाड़ी छात्रों का चयन अब नहीं किया जाएगा।