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UP Board 10th 12th Result 2024: हाईस्कूल व इंटर के परिणाम में सबसे निचले पायदान पर रहा यह जिला, हैरान करने वाले हैं ये आंकड़े

2023 के प्रदर्शन की अपेक्षा इस बार हाईस्कूल व इंटर दोनों में की जनपद का खराब प्रदर्शन रहा है। पिछले साल हाईस्कूल की परीक्षा में प्रदेश की सूची में 30वें स्थान पर काबिज रहने वाला जिला इस बार खिसक कर 60वें पायदान पर जा पहुंचा है। इसी तरह गत वर्ष इंटर में 47वें स्थान पर रहने के बाद भी इस बार जनपद खिसक कर 69वें स्थान पर पहुंच गया है।

By Prabhat Pathak Edited By: Vivek Shukla Updated: Tue, 23 Apr 2024 02:34 PM (IST)
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छात्रों के खराब प्रदर्शन से शिक्षा विभाग के अधिकारियों की चुनौतियां बढ़ गई है।
प्रभात कुमार पाठक, जागरण गोरखपुर। सिटी आफ नालेज बनने का स्वप्न संजोए गोरखपुर के लिए यूपी बोर्ड का परिणाम आंखों की किरकिरी बन गया है। मात्र एक वर्ष में सफलता की रैकिंग में आई गिरावट न केवल निराश करने वाली है, बल्कि इस दिशा में हो रहे प्रयास की भी पोल खोलने वाली है। वर्ष 2023 के प्रदर्शन की अपेक्षा इस बार हाईस्कूल व इंटर दोनों में की जनपद का खराब प्रदर्शन रहा है।

पिछले साल हाईस्कूल की परीक्षा में प्रदेश की सूची में 30वें स्थान पर काबिज रहने वाला जिला इस बार खिसक कर 60वें पायदान पर जा पहुंचा है। इसी तरह गत वर्ष इंटर में 47वें स्थान पर रहने के बाद भी इस बार जनपद खिसक कर 69वें स्थान पर पहुंच गया है।

जिले के खराब प्रदर्शन ने न सिर्फ शिक्षा विभाग के अधिकारियों की चुनौतियां बढ़ा दी है, बल्कि स्कूलों में पठन-पाठन की गुणवत्ता भी सवालों के घेरे में आ गई है। पिछले बार की तरह इस बार भी राजकीय व सहायता प्राप्त (एडेड) विद्यालयों ने अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं किया है।

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शहरी क्षेत्र के प्रमुख विद्यालयों की तुलना में न सिर्फ ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों ने शानदार प्रदर्शन किया है, बल्कि प्रदेश की टाप टेन सूची में भी स्थान बनाने में सफल रहे हैं। यदि राजकीय व एडेड विद्यालयों ने पहले की तरह अपना प्रदर्शन जारी रखा होता तो शायद आज यह स्थिति नहीं होती।

रैकिंग में ही गिरावट नहीं उत्तीर्ण होने का प्रतिशत भी घटा

वर्ष 2023 में जनपद में 91.19 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए थे। जबकि इस बार यह प्रतिशत घटकर 86.87 प्रतिशत पर जा पहुंचा। इसी तरह इंटरमीडिएट में वर्ष 2023 में 76.31 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण होने में सफल रहे हैं। इस सफल होने वाले विद्यार्थियों का प्रतिशत घटकर 75.49 पर आ गया है।

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डीआइओएस डा.अमरकांत सिंह ने कहा कि यूपी बोर्ड के घोषित परिणाम में जनपद की रैकिंग में गिरावट चिंतित करने वाली है। इसको लेकर विभाग गंभीर है। जल्द ही जिले के सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्यों की एक बैठक आयोजित कर इस पर गंभीर मंथन कर इसके कारणों का पता लगाया जाएगा।

जुलाई से प्रत्येक माह की 15 तारीख को सभी प्रधानाचार्यों की एक कार्यशाला आयोजित की जाएगी। जिसमें वह बेहतर पठन-पाठन को लेकर उठाए गए कदम से अवगत कराएंगे। साथ ही बेहतर कार्य करने वाले शिक्षकों के बारे में भी जानकारी देंगे, ताकि उन्हें प्रोत्साहित किया जा सकें। पूरे सत्र में स्कूलों में बेहतर शैक्षिक वातावरण बनाने की ठोस कार्ययोजना पर कार्य किया जाएगा। जिससे अगली बार जनपद में टाप टेन में स्थान पाने में सफल हो सकें।

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