वजन गिरना, कमजोरी महसूस एवं पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती है Fatty Liver का संकेत
Fatty Liver Disease Symptoms कानपुर के गैस्ट्रोलॉजिस्ट डॉ. विकास सेंगर ने बताया कि कैसे फैटी लिवर बनता है पाचन तंत्र संबंधी कई समस्याओं की बड़ी वजह। इसलिए भोजन हो सात्विक व सुपाच्य जिससे लिवर रहे स्वस्थ और मजबूत...
कानपुर, जेएनएन। शरीर के हर अंग की अहम भूमिका और कार्य होते हैं, लेकिन पांचनतंत्र से जुड़े लिवर को अतिसंवेदी अंग माना जाता है। हमारे खानपान का सीधा असर लिवर पर पड़ता है। जहां पोषक व संतुलित आहार का सेवन लिवर को सेहतमंद बनाता है, वहीं अधिक तैलीय और गरिष्ठ भोजन लिवर को फैटी बनाते हैं यानी भोजन में अतिरिक्त वसा की मात्रा लिवर में जमा हो जाती है, जिसके चलते लिवर ठीक से काम नहीं करता और पाचनक्रिया सुस्त हो जाती है। इस समस्या से ग्रसित लोगों को अक्सर पेट से जुड़ी कोई न कोई शिकायत बनी ही रहती है।
इसे जरूर अपनाएं
- छाछ (मट्ठा) और नारियल पानी पिएं
- भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियों व मौसमी फलों को शामिल करें
- मॉर्निंग वॉक, योग और प्राणायाम को दिनचर्या में शामिल करें
प्रमुख लक्षण
- आलस्य रहना
- उल्टी महसूस करना
- पेट में सूजन होना, भूख कम लगना
- पेट के दाएं भाग के ऊपरी हिस्से में दर्द होना
- वजन गिरना, कमजोरी महसूस करना एवं पाचन संबंधी समस्याएं होना
इनसे परहेज करें
- स्मोकी फूड के सेवन से बचें
- अल्कोहल व निकोटीन का सेवन न करें
- जंक फूड, तैलीय गरिष्ठ व अधिक मसालेदार भोजन का सेवन सीमित मात्रा में करें
फैटी लिवर की समस्या दो प्रकार की होती है। इसमें जो लोग अधिक फास्ट फूड और तैलीय भोजन लेते हैं, उन्हें नॉन अल्कोहलिक व जो अल्कोहल का अधिक सेवन करते हैं, उन्हें अल्कोहलिक फैटी लिवर की परेशानी होती है। यदि समय पर उपचार और खानपान में ध्यान नहीं दिया गया तो फैटी लिवर की समस्या लिवर फाइब्रोसिस के रूप में सामने आती है।
इस संक्रमण में लिवर में सूजन के साथ रेशेदार संरचना बन जाती है और इस स्थिति में लिवर ठीक से काम करना बंद कर देता है, जो कई अन्य बीमारियों की वजह बनती है। हालांकि कि कुछ मामलों में फैटी लिवर आनुवांशिक कारणों से भी होता है।