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सबसे बड़े Kanpur Zoo में अब ऐसी सुविधा जो सेहत का रखेगी ख्याल, दोगुना कर देगी घूमने का मजा

कानपुर शहर में 76 हेक्टेयर में बने चिड़ियाघर में नए साल से दर्शकों को आधुनिक सुविधा दी जाएगी। अभी तक यहां पर बैट्री चलित कार और टॉय ट्रेन से घूमने की सुविधा थी लेकिन अब साइिकल से घूमने का मजा उठाया जा सकेगा।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Updated: Tue, 15 Dec 2020 08:23 AM (IST)
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उत्तर भारत का सबसे बड़ा कानपुर का चिड़ियाघर।

कानपुर, [विक्सन सिक्रोडिय़ा]। उत्तर भारत के सबसे बड़े चिडिय़ाघर में घूमने का मजा दर्शक जल्द ही साइकिल से उठा सकेंगे। दर्शकों को चिडिय़ाघर के बाहर आरामदायक और हाईटेक साइकिल मिलेंगी। 76 हेक्टेयर में बने चिडिय़ाघर में साइकिल से घूमकर वन्यजीव देख सकेंगे। इसके अलावा पैदल चलने वाले दर्शकों की थकान मिटाने के लिए भी मसाज सेंटर और फिश स्पा भी होगा।

चिडिय़ाघर को आधुनिक बनाने के लिए जू प्रशासन ने एक कंपनी से करार किया है जो इसका स्वरूप बदल कर इसे नए साल में नए अंदाज में दर्शकों के सामने लाएगी। खास बात यह है कि टिकट से लेकर इन सभी सुविधाओं का लुत्फ उठाने के लिए घंटों लाइन लगाने की जरूरत नहीं होगी। टिकट टाइम स्लॉट के साथ ऑनलाइन बुक किया जाएगा। सहायक निदेशक अरविंद सिंह ने बताया कि दर्शकों को वो सभी सुविधाएं मिलेंगी जिनकी उन्हें दरकार है।

चिडिय़ाघर का क्षेत्रफल बड़ा होने के कारण दर्शकों की थकावट का ख्याल रखते हुए उन्हें साइकिल मुहैया कराई जाएंगी। शुरुआत में 50 साइकिल से यह सुविधा दी जाएगी। इसके अलावा पैदल चलने वाले दर्शक जब चिडिय़ाघर घूम चुके होंगे तो थकावट मिटाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक मशीन के जरिए मसाज दिए जाने की व्यवस्था भी होगी। फिश स्पा की भी व्यवस्था भी होगी। इसके तहत पानी में दांत विहीन मछलियों के बीच पैर डाला जाता है।

लगेंगी प्रदर्शनी, मीटिंग की बुकिंग भी करा सकेंगे

चिडिय़ाघर में छोटे छोटे उद्योग से जुड़े ग्रामीणों के उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी जिससे उनके उत्पादों की मार्केटिंग हो सके। यह प्रदर्शनी समय-समय पर लगेंगी। इसका एक दिन निश्चित किया जा सकता है। इसके अलावा कॉरपोरेट सेक्टर व औद्योगिक इकाइयां चाहें तो यहां पर प्राकृतिक वातावरण के बीच अपनी मीटिंग भी कर सकेंगी। इसके अलावा जीवों को गोद लेकर दर्शक अपना जन्मदिन भी मना सकेंगे। एक वन्य जीव को गोद लेने पर उन्हें यह सुविधा दी जाएगी। गोद लेने का अर्थ यह है कि वन्य जीवों को उनकी खुराक देंगे।