दहेज के खिलाफ उठाई आवाज, नहीं होने देंगे उत्पीड़न, तहारत मंच की महिला विंग ने शुरू किया दहेज विरोधी अभियान
दहेज उत्पीड़न से तंग आकर गुजरात की आयशा ने नदी में कूद कर अपनी जान दे दी। आयशा की मौत के बाद ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने दहेज के विरोध में अभियान शुरू किया है वहीं कई महिला संगठन भी इसके खिलाफ उठ खड़े हुए हैं।
कानपुर, जेएनएन। तहारत मंच की महिला विंग ने दहेज विरोधी अभियान शुरू किया है। इसके तहत लोगों को सभाओं, इज्तेमा (धाॢमक सम्मेलन), मीलाद शरीफ की महफिलों के माध्यम से जागरूक किया जाएगा। दहेज की बजाए बेटियों को उनका हक तरका देने की अपील भी की जा रही है।
मुस्लिम समाज में भी दहेज की कुप्रथा तेजी से पांव पसार रही है। दहेज उत्पीड़न के मामले भी सामने आने लगे हैं। दहेज उत्पीड़न से तंग आकर गुजरात की आयशा ने नदी में कूद कर अपनी जान दे दी। आयशा की मौत के बाद ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने दहेज के विरोध में अभियान शुरू किया है वहीं कई महिला संगठन भी इसके खिलाफ उठ खड़े हुए हैं। स्वच्छ व स्वस्थ भारत का पैगाम देने वाले तहारत मंच ने भी दहेज के विरोध व तरका के समर्थन में आवाज बुलंद की की है। तहारत मंच की महिला विंग ने दहेज के विरोध अभियान शुरू किया है। महिला विंग की सदस्य मीलाद शरीफ की महफिलों व इज्तेमा में लोगों को जागरूक करेंगी। स्कूलों व कालेजों में भी जाकर दहेज की कुरीति को खत्म करने के लिए छात्र-छात्राओं को प्रेरित किया जाएगा। तहारत मंच महिला विंग की अध्यक्ष अजरा बताती हैं कि इस्लाम में दहेज लेना व देना दोनों मना है। इसके बावजूद लोग इसपर अमल नहीं कर रहे है। अब तो दहेज में क्या लेना है, इसकी मांग भी होने लगी है। इस कुरीति से जहां लड़कियों की शादी में रुकावटें आ रही हैं वहीं शादी के बाद भी उनको उत्पीड़न का शिकार होना पड़ रहा है।