घूमने निकलने से पहले पढ़ें ये खबर, पर्यटन स्थलों पर नहीं ले जा सकेंगे प्लास्टिक की बोतलें
उत्तर प्रदेश के इको-टूरिज्म स्थलों पर प्लास्टिक की बोतलें ले जाने पर प्रतिबंध लगने जा रहा है। पर्यटकों से क्यूआर कोड वाली प्लास्टिक की बोतलें जमा करवाई जाएंगी और पर्यटन स्थल से बाहर निकलने पर उन्हें बोतलें वापस कर दी जाएंगी। इस पहल का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और जिम्मेदार पर्यटन को बढ़ावा देना है। इस बारे में पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने विभाग को निर्देश जारी कर दिए हैं।
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। पर्यटन विभाग ने पर्यावरण संरक्षण के लिए इको पर्यटन स्थलों के अंदर प्लास्टिक की बोतलें लेकर जाने पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। क्यूआर कोड लगाकर प्लास्टिक की बोतलों को पर्यटकों से जमा करवाया जाएगा, पर्यटन स्थल के बाहर आने पर उन्हें बोतलें वापस कर दी जाएंगी। साथ ही विभाग की तरफ से पर्यटकों को पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूक किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में पर्यटकों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। पिछले वर्ष 48 करोड़ पर्यटकों ने प्रदेश के विभिन्न पर्यटन स्थलों का भ्रमण किया था। इस वर्ष यह संख्या और ज्यादा होने की उम्मीद की जा रही है। जनवरी से जून 2024 के मध्य 33 करोड़ पर्यटकों का आगमन प्रदेश में हो चुका है।
जिम्मेदार पर्यटन योजना के तहत पर्यटकों को प्लास्टिक की बोतलें व अन्य खाने-पीने की वस्तुओं को भी कहीं भी फेंकने की बजाय निर्धारित स्थलों पर ही फेंकने की सलाह विभाग की तरफ से दी जा रही है। इसी सिलसिले में विभाग ने इको पर्यटन स्थलों के अंदर प्रवेश से पहले ही पर्यटकों से प्लास्टिक की बोतलें जमा करवाने की योजना तैयार की है। बोतलों पर क्यूआर कोड लगाकर उन्हें जमा करवा लिया जाएगा, जिससे बोतल वापस करते समय बदलने की संभावना न रहे। इस बारे में पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने विभाग को निर्देश जारी कर दिए हैं।
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