भजन गायक बाबा रसिका पागल की मौत हुई थी या हत्या! शिष्यों पर लगा ओवरडोज दवा देकर मारने का आरोप
सुप्रसिद्ध भजन गायक बाबा रसिका पागल की हत्या का आरोप उन्हीं के शिष्यों पर लगा है। एक शिष्य ने बाबा के शिष्य प्रख्यात भजन गायक चित्र-विचित्र महाराज समेत छह लोगों पर संपत्ति हथियाने के लिए दवाओं की ओवरडोज देकर मारने का आरोप लगाया है। बाबा की मौत के 28 माह बाद न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।
संवाद सहयोगी, वृंदावन। सुप्रसिद्ध भजन गायक बाबा रसिका पागल की हत्या का आरोप उन्हीं के शिष्यों पर लगा है। एक शिष्य ने बाबा के शिष्य प्रख्यात भजन गायक चित्र-विचित्र महाराज समेत छह लोगों पर संपत्ति हथियाने के लिए दवाओं की ओवरडोज देकर मारने का आरोप लगाया है। बाबा की मौत के 28 माह बाद न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।
यह है मामला
बाबा रसिका पागल के शिष्य वृंदावन के रसिकधाम चामुंडा कॉलोनी निवासी विष्णु बावरा ने प्रख्यात भजन गायक चित्र बिहारी दास उर्फ सुमित, विचित्र बिहारी दास उर्फ तरुण, मोहिनी शरण उर्फ मोहित, देव घोसला, राजरानी उर्फ राजमाता व बलदेव के हथकौली निवासी मुकेश पर बाबा की हत्या का आरोप लगाया है।
उनका आरोप है कि बाबा की चल व अचल संपत्ति पर इन लोगों की नजर थी। रसिका पागल मधुमेह और उच्च रक्तचाप से पीड़ित थे। आरोपी बाबा को चिकित्सक को दिखाने के बहाने इधर-उधर ले जाने लगे और दवाओं की ओवरडोज देकर हत्या का प्रयास किया।
वसीयत अपने नाम कराना चाहते थे...
आरोप है कि दो दिसंबर 2021 को आश्रम में सब रजिस्ट्रार को लाकर बाबा की वसीयत भी अपने नाम कराना चाहते थे, लेकिन चेतन अवस्था में न होने के कारण सब रजिस्ट्रार ने वसीयत से मना कर दिया। उसी दिन बाबा को रामकृष्ण मिशन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
अगले दिन हास्पिटल से निकालकर फिर आश्रम पर लाए। यहां दवाओं की ओवरडोज देकर मारने की कोशिश की। इससे उनकी तबीयत और बिगड़ गई। बाबा के 2.32 करोड़ रुपये से भरा एक बक्सा भी आरोपी ले गए।
विष्णु ने बताया कि इसकी शिकायत तत्कालीन एसएसपी से भी की। चार दिसंबर को बाबा की फिर तबीयत बिगड़ी तो अस्पताल लाया गया। रात में उनकी मृत्यु हो गई। आरोपियों ने पोस्टमार्टम भी नहीं कराने दिया। कोतवाली प्रभारी आनंद कुमार शाही ने बताया कि जांच की जा रही है।