Mau News: गोल्डन कार्ड वितरण में लापरवाही, 14.29 प्रतिशत लाभार्थी परिवार सुविधा से वंचित
मऊ में करीब 15 प्रतिशत लाभार्थी परिवारों का गोल्डन कार्ड नहीं बनने पर जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र ने नाराजगी जताई है। उन्होंने खंड विकास अधिकारियों को लाभार्थियों की सूची के माध्यम से ग्रामवार पंचायत सहायकों से सहयोग लेकर समस्त पात्र लोगों का गोल्डन कार्ड बनवाने का निर्देश दिया है। इसके अलावा ब्लड बैंक में रक्त की कमी को लेकर भी चिंता जताई गई है।
जागरण संवाददाता, मऊ। जनपद में 14.29 प्रतिशत लाभार्थी परिवारों का गोल्डन कार्ड नहीं बनने पर जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र ने नाराजगी जताई। उन्होंने खंड विकास अधिकारियों को लाभार्थियों की सूची के माध्यम से ग्रामवार पंचायत सहायकों से सहयोग लेकर समस्त पात्र लोगों का गोल्डन कार्ड बनवाने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी शुक्रवार की देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति के शासी निकाय एवं जनपद स्तरीय टीबी टास्क फोर्स की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
जागरूक कर रक्तदान के लिए प्रेरित करने का निर्देश
जिलाधिकारी ने जिला चिकित्सालय स्थित ब्लड बैंक में 200 यूनिट स्टोरेज क्षमता के सापेक्ष मात्र 76 यूनिट ब्लड वर्तमान में पाए जाने पर चिंता जताई तथा लोगों को जागरूक कर रक्तदान के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिए।
उन्होंने सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर लक्ष्य बढ़ाकर संस्थागत प्रसव कराने के निर्देश दिए साथ ही प्रसव शत-प्रतिशत करने के लिए आवश्यक होने पर प्राइवेट डाक्टर का भी सहयोग लेने को कहा।
लाभार्थियों को 95.33 प्रतिशत किया जा चुका भुगतान
जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा के दौरान सीएमओ ने बताया कि योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को 95.33 प्रतिशत भुगतान किया जा चुका है। इसे भी शत प्रतिशत करने के निर्देश दिए गए। मातृ मृत्यु के लिए गर्भधारण से लेकर बच्चा पैदा होने के 42 दिनों तक रिपोर्टिंग कर इसे मातृ मृत्यु में शामिल करने के निर्देश दिए।
उन्होंने आशा, एएनएमएवं आंगनबाड़ी (एएए) की महीने में निर्धारित दिनों में अवश्य बैठक करने के निर्देश दिए। साथ ही हेड काउंट सर्वे ठीक ढंग से करने तथा अपडेट ड्यू लिस्ट तैयार करने को कहा। ताकि टीकाकरण के लक्ष्य को शत-प्रतिशत प्राप्त किया जा सके।
स्कूलों में बच्चों की जांच के लिए क्रास चेकिंग का निर्देश
उन्होंने टीकाकरण कम होने के कारणों का पता करने के लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी, खंड विकास अधिकारी, स्वास्थ्य अधीक्षकों को निर्देश दिए। समस्या का निस्तारण कर शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने को कहा। आरबीएसके टीमों द्वारा स्कूलों में बच्चों की जांच की क्रास चेकिंग कराए जाने के निर्देश दिए गए।
एसएनसीयू जिला महिला चिकित्सालय में भर्ती कराए गए शिशुओं के रेफरल को देखते हुए उन्होंने सीएमएस महिला चिकित्सालय को वेंटिलेटर सहित सारी व्यवस्थाएं अस्पताल में ही सुनिश्चित करने को कहा। ताकि रेफरल मामलों को कम किया जा सके।
ये लोग रहे उपस्थित
इस दौरान सीडीओ प्रशांत नागर, सीएमओ डॉ. राहुल कुमार सिंह, समस्त खंड विकास अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी समस्त स्वास्थ्य अधीक्षक एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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