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UP News: एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा दारोगा, 'कोई आपसे मांगे बस एक कॉल करिए, मिलेगी मदद'

UP Police Sub Inspector Bribe Case Update मारपीट के एक मामले में एफआर लगाने के लिए दारोगा ने बीस हजार रुपये मांगे थे। जिसकी शिकायत पीड़ित ने एंटी करप्शन टीम से की थी। टीम ने दारोगा को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। पकड़े जाने पर दारोगा ने भागने का प्रयास किया। खींचतान में एंटी करप्शन टीम के कई सदस्यों के कपड़े फट गए।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Sun, 22 Sep 2024 12:35 PM (IST)
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Meerut News: एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते पकड़ा दारोगा विक्रम सिंह।

जागरण संवाददाता, मेरठ। मारपीट के मामले में फाइनल रिपोर्ट लगाने की एवज में एक प्रशिक्षु महिला दारोगा व चौकी इंचार्ज अब्दुल्लापुर ने 50 हजार रुपये की मांग की। सौदा बीस हजार में तय हुआ। पीड़ित ने एंटी करप्शन टीम से शिकायत कर दी। शनिवार को एंटी करप्शन टीम ने दारोगा विक्रम सिंह को चाय की दुकान पर 20 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोच लिया।

पकड़े जाने पर दारोगा ने धक्का देकर भागने का प्रयास किया। खींचतान में एंटी करप्शन टीम के दारोगा व दो सिपाहियों के कपड़े फट गए। टीम ने सिविल लाइंस थाने लाकर दारोगा से पूछताछ की।

चार दिन पहले की थी शिकायत

एंटी करप्शन के निरीक्षक दुर्गेश कुमार कुमार ने बताया कि चार दिन पूर्व इमरान चौहान पुत्र साबिर निवासी नई बस्ती अब्दुल्लापुर ने शिकायत की थी कि भावनपुर थाने में उसके व भाई के खिलाफ 22 अगस्त को मारपीट की फर्जी रिपोर्ट दर्ज की गई। इसकी जांच प्रशिक्षु महिला दारोगा अर्चना शक्ति कर रही है। मौके पर जांच के बाद सभी ने उसे निर्दोष व मौके पर नहीं बताया। वह इस मामले में एफआर लगाने की एवज में अब्दुल्लापुर चौकी इंचार्ज विक्रम सिंह के साथ मिलकर 50 हजार रुपये मांग रही है। मिन्नत के बाद वह 20 हजार रुपये लेने पर मानी है।

आरोपित की गिरफ्तारी की योजना तैयार की

प्राथमिक जांच के बाद मामला सही मिलने पर टीम का गठन कर आरोपित की गिरफ्तार की योजना बनाई गई। शनिवार को इमरान चौहान को रुपये लेकर दारोगा विक्रम सिंह व अर्चना के पास भेजा गया। अर्चना ने दारोगा विक्रम से बात करने को कहा। विक्रम ने इमरान चौकी के सामने चाय की दुकान पर बुलाया। इमरान ने उसे एंटी करप्शन टीम के दिए पांच-पांच सौ के नोट में बीस हजार रुपये दिए। दारोगा ने रुपये लिए तो टीम ने उसे दबोच लिया।

पकड़े जाने पर भागने की कोशिश करने लगा दारोगा

पकड़े जाने पर दारोगा विक्रम सिंह ने एंटी करप्शन टीम के अधिकारियों व कर्मियों को धक्का देकर भागने का प्रयास किया। टीम ने उसे दबोच लिया। इस प्रयास में तीन लोगों के कपड़े फट गए। एंटी करप्शन टीम दारोगा विक्रम सिंह को लेकर सिविल लाइंस थाने पहुंची। यहां केमिकल परीक्षण किया गया। पकड़े दारोगा विक्रम सिंह पूछताछ की। प्रशिक्षु दारोगा अर्चना शक्ति की इस मामले में भूमिका व आरोपों की जांच की जा रही है।

दारोगा ने काटा फोन

आरोपित प्रशिक्षु दारोगा अर्चना शक्ति से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच उनसे स्थानांतरित हो गई थी। इमरान के लगाए आरोपों के बारे में पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो उन्होंने खुद को व्यस्त बताकर फोन काट दिया।

सीओ नवीना शुक्ला ने कहा कि इस मामले में आरोपित अर्चना या एंटी करप्शन टीम ही जवाब दे सकते हैं। उन्हें इस प्रकरण व कार्रवाई की जानकारी नहीं है।

एंटी करप्शन को करें फोन

सरकारी महकमे के रिश्वतखोर एंटी करप्शन व उत्तर प्रदेश सर्तकता अधिष्ठान ( विजिलेंस ) के निशाने पर है। मेरठ में लगातार दो दिन से रिश्वत लेते दो सरकारी कर्मियों को सलाखों के पीछे भेजा गया है। इनमें एक बंदोबस्त चकबंदी अधिकारी का पेशकार तो दूसरा यूपी पुलिस का दारोगा है। एक महिला प्रशिक्षु दारोगा को भी भ्रष्टाचार के मामले में नामजद किया गया है। एंटी करप्शन टीम व विजिलेंस की इस कार्रवाई से सरकारी महकमों में सनसनी फैल गई है।

रिश्वत मांगने वालों को नहीं छोड़ा जाएगा

रिश्वतखोरी को लगातार दबाेचने वाले दोनों विभाग के अधिकारी इससे बेहद उत्साहित है। शनिवार को सिविल लाइंस थाने में एंटी करप्शन के अधिकारियों ने कहा, कार्रवाई होगी या न ही होगी..इस सोच से बाहर निकलकर बस एक बार कॉल तो कीजिए, रिश्वत मांगने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। वह चाहे किसी भी विभाग का हो और कितना भी प्रभावशाली है। शनिवार को सिविल लाइंस थाने पर अब्दुल्लापुर चौकी इंचार्ज विक्रम सिंह को एंटी करप्शन टीम पकड़कर लायी। थाने पर अच्छी खासी भीड़ लग गई। हर कोई शिकायतकर्ता इमरान चौहान को देखकर उसकी हिम्मत की तारीफ कर रहा था।

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इमरान चौहान के साथ विभाग

इसी दौरान कुछ लोगों ने जब कहा कि पुलिस का मामला है, अब इसे भुगतना पड़ेगा। इसका जवाब भी एंटी करप्शन इंस्पेक्टर दुर्गेश कुमार ने ही दिया। कहा, इसका तो कुछ नहीं होगा, लेकिन किसी ने इसका कुछ किया तो उसका क्या होगा, इसकी वह कल्पना नहीं कर पाएगा।

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टीम ने 12 को पकड़कर जेल भेजा

इंस्पेक्टर दुर्गेश ने बताया कि इस साल एंटी करप्शन टीम के पास 12 सूचनाएं आई। टीम ने सभी 12 को पकड़कर जेल की सलाखों के पीछे भेजा। विजिलेंस ने भी इस साल दस लोगों को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। इन 22 कार्रवाई में चकबंदी, समाज कल्याण विभाग, आरईएस व पुलिस समेत कई विभाग के कर्मचारी व अधिकारी शामिल है।

इंस्पेक्टर दुर्गेश ने बताया कि नामजद प्रशिक्षु दारोगा के खिलाफ जल्द ही सबूत जुटाकर कार्रवाई की जाएगी।

इन नंबर पर की जा सकती है शिकायत एंटी करप्शन विभाग - 9454401899 उत्तर प्रदेश सर्तकता अधिष्ठान ( विजिलेंस ) - 9454401866