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उत्तराखंड आपदा की तबाही से रेल मंडल के रेललाइन व पुल सुरक्षित, रेलवे ने तलब की थी रिपोर्ट

उत्तराखंड आपदा ने तबाही जरुर मचाई है लेकिन रेल मंडल के रेललाइन व पुल पूरी तरह से सुरक्षित हैं। उत्तराखंड में हुई तबाही के बाद रेलवे ने रेल लाइन और पुलों की निगरानी के आदेश दिए थे। इसकी रिपोर्ट आने के बाद रेल प्रशासन ने राहत की सांस ली है।

By Sant ShuklaEdited By: Updated: Tue, 09 Feb 2021 02:15 PM (IST)
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उत्तराखंड में हुई तबाही के बाद रेलवे ने रेल लाइन और पुलों की निगरानी के आदेश दिए थे।

मुरादाबाद, जेएनएन। उत्तराखंड आपदा ने तबाही जरुर मचाई है लेकिन रेल मंडल के रेललाइन व पुल पूरी तरह से सुरक्षित हैं। उत्तराखंड में हुई तबाही के बाद रेलवे ने रेल लाइन और पुलों की निगरानी के आदेश दिए थे। सोमवार को इसकी रिपोर्ट आने के बाद रेल प्रशासन ने राहत की सांस ली है। रविवार को ऋषि गंगा के पास ग्लेशियर गिरने से उत्तराखंड के कई स्थानों पर बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी। जिससे गंगा नदी का जल स्तर बढ़ने की संभावना थी। सरकार ने गंगा नदी के किनारे बसे गांव शहर के लोगों को सतर्क किया था और रेलवे को गंगा नदी पर बनने  वाले पुल व किनारे से गुजरने वाली रेल लाइन पर निगरानी रखने का आदेश दिया था। मुरादाबाद रेल मंडल में ऋषिकेश, हरिद्वार, बिजनौर, राजघाट, गढ़मुक्तेश्वर तक रेललाइन व कई रेलवे पुल है। गढ़मुक्तेश्वर के बाद गंगा नदी रेलवे मंडल की सीमा से बाहर चली जाती है। मंडल रेल प्रशासन ने रविवार शाम से सोमवार सुबह तक रेलवे पुल व रेललाइन की निगरानी कराई। निगरानी करने वाले टीम ने मंडल मुख्यालय को सूचना दी कि गंगा नदी का जल स्तर पुल व रेल लाइन से काफी नीचे हैं। इस लिए पुल व रेल लाइन को खतरा नहीं हैं। अब जल स्तर भी नहीं बढ़ रहा है। प्रवर मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेखा शर्मा ने बताया कि उत्तराखंड आपदा के बाद गंगा नदी पर बने रेलवे पुल व नजदीक से गुजरने वाली रेल लाइन की निगरानी कराई गई। गंगा नदी का जल स्तर काफी नीचे हैं। रेललाइन व पुल को किसी तरह के खतरा नहीं हैं।