CM Pushkar Dhami: 1994 में रामपुर तिराहा पर सात जिंदगी हुई थीं खत्म, पुष्कर धामी ने वहां जाकर दी श्रद्धांजलि
Muzaffarnagar News In Hindi सोमवार को रामपुर तिराहा पहुंचे उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी। बलिदानियों को किया नमन। 02 अक्टूबर 1994 में रामपुर तिराहा पर हुआ था आंदोलनकारियों का पुलिस से टकराव। इस टकराव में सात की गई थी जान। हर वर्ष आज ही के दिन यहां कार्यक्रम का आयोजन होता है। उत्तराखंड से मुख्यमंत्री यहां आकर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं।
By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Mon, 02 Oct 2023 12:43 PM (IST)
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। पृथक राज्य का गठन कराने की मांग को लेकर दो अक्टूबर 1994 को रामपुर तिराहा पर आंदोलनकारियों का टकराव हो गया था। उस घटना में सात लोगों की जान चली गई थी। रामपुर तिराहा पर उनकी याद में बनाए गए शहीद स्मारक पर सोमवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी समेत कई मंत्रियों और उत्तराखंड क्रांतिदल के कार्यकर्ताओं ने पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की।
हर साल होता है यहां कार्यक्रम
यहां हर साल दो अक्टूबर को कार्यक्रम होता है। इसी के चलते सोमवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, मुजफ्फरनगर से डा. सांसद संजीव बालियान, राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल, पूर्व विधायक उमेश मलिक व प्रमोद उटवाल समेत भाजपा नेता कार्यक्रम में पहुंचे। सभी ने शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं ने बलिदानियों के प्रति नमन करते हुए विचार व्यक्त किए।
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इन सात लोगों की गई थी जान
देहरादून नेहरू कालोनी निवासी रविंद्र रावत उर्फ गोलू, भालावाला निवासी सतेंद्र चौहान, बदरीपुर निवासी गिरीश भदरी, अजबपुर निवासी राजेश लखेड़ा, ऋषिकेश निवासी सूर्यप्रकाश थपलियाल, ऊखीमठ निवासी अशोक कुमार और भानियावाला निवासी राजेश नेगी की मौत की पुष्टि हुई थी। ये भी पढ़ेंः Honey Trap Gang: असम की युवतियां मीठी बातों में फंसाती थी, गैंग वसूलता था रुपये, मथुरा में छह लोग लोग गिरफ्तार