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नोएडा प्राधिकरण में JE भर्ती घोटाले की जांच हुई शुरू, 5 से 50 लाख लेकर रिश्तेदारों को संविदा पर किया तैनात

नोएडा प्राधिकरण में जेई भर्ती घोटाले का खुलासा हुआ है। ईएंडएम विभाग में पांच से 50 लाख रुपये लेकर कर्मचारियों के रिश्तेदारों को संविदा जेई पर तैनात किया गया। नोएडा प्राधिकरण के ईएंडएम में तैनात रहे उपमहाप्रबंधक राजेश कुमार की तैनाती के दौरान यह सारा खेल हुआ है। मामले की जानकारी सामने आने पर प्राधिकरण सीईओ ने जांच के आदेश दिए हैं।

By Kundan Tiwari Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Wed, 25 Sep 2024 11:35 AM (IST)
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प्राधिकरण में भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लग रही है। फाइल फोटो

कुंदन तिवारी, नोएडा। सरकार के लाख प्रयास के बावजूद प्राधिकरण में भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। ताजा मामला जेई तैनाती को लेकर प्रकाश में आया है, जिसमें ईएंडएम विभाग में पांच से 50 लाख रुपये लेकर तैनात कर्मचारियों के रिश्तेदारों को संविदा जेई पर तैनात कर दिया।

उपमहाप्रबंधक राजेश कुमार की तैनाती के दौरान हुआ खेल

सारा खेल प्रतिनियुक्ति पर उत्तर प्रदेश विद्युत वितरण निगम से नोएडा प्राधिकरण के ईएंडएम में तैनात रहे उपमहाप्रबंधक राजेश कुमार की तैनाती के दौरान हुआ है। शिकायत मिलने पर प्राधिकरण सीईओ डॉ. लोकेश एम ने जांच के आदेश दिए है। हालांकि राजेश कुमार ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है और कहा कि तैनात प्राधिकरण सीईओ से अनुमोदन के बाद हुई है।

बता दें कि इस प्रकरण की शिकायत नोएडा प्राधिकरण के कुछ कर्मचारियों की ओर से भाजपा नोएडा महानगर अध्यक्ष के पास जून में की गई थी, जिसमें बड़े पैमाने पर नोएडा प्राधिकरण में तैनात अधिकारियों की ओर से मोटा पैसा लेकर संविदा जेई की तैनाती करने की बात कही थी, जिसकी जांच कराने का आग्रह किया था।

राजेश कुमार का उनके मूल विभाग में हुआ तबादला 

इस शिकायत के आधार पर महानगर अध्यक्ष की ओर से प्राधिकरण सीईओ के पत्र भी लिखा गया था, लेकिन जांच तब शुरू हुई जब ईएंडएम में तैनात उपमहाप्रबंधक राजेश कुमार का उनके मूल विभाग में तबादला कर दिया गया।

सूत्रों के मुताबिक नोएडा प्राधिकरण के ईएंडएम तीन में तुषार देशवाल की तैनाती हुई है, जिसके पास क्वालीफिकेशन नहीं है। वर्तमान में ईएंडएम में तैनात जेई अजय देशवाल का भतीजा है, जिसको तैनाती देने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम किया गया।

मोटा पैसा लेकर किया भर्ती

पहले वर्क सर्किल एक माध्यम से संविदा तैनाती की फाइल भिजवाई गई, लेकिन सीईओ की आपत्ति के बाद उसे ईएंडएम में किसी अन्य कर्मचारी की जगह तैनाती दे दी गई। इस तैनाती में 50 लाख रुपये का सुविधा शुल्क लेने की बात सामने आयी है।

इंट्रीग्रेटेड सिक्योरिटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइएसटीएमएस) में रूप सैनी को मोटा पैसा लेकर भर्ती किया गया है। इसके पास जो डिग्री है, वह कंप्यूटर साइंस की है। ईएंडएम दो में तरुण चौधरी को संविदा जेई की तैनाती दी गई है। जो वर्तमान में जल खंड में तैनात जेई मदन पाल चौधरी का बेटा है।

ईएंडएम एक में राय प्रताप सिंह को संविदा पर लगाया गया है, जो प्राधिकरण में तैनात जेई अनेक सिंह का रिश्तेदार है। पिछले दिनों सीईओ ने इस बावत बैठक की थी, जिसमें संविदा पर तैनात इन चाराें जेई को हटाने से पहले प्रकरण की संपूर्ण जांच करने का आदेश दिया।

तैनाती अनुमोदन लेकर की गई है, लेकिन ईएंडएम विभाग में संविदा पर तैनात जेई को लेकर कुछ शिकायत मिली है, जिसकी वास्तविकता की जानकारी के लिए जांच करने को कहा गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।   -डॉ. लोकेश एम,सीईओ, नोएडा प्राधिकरण।