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सनकी पिता ने बेटी को छत पर बनाया बंधक, चार दिन से जुल्म जारी, दरवाजा तोड़कर घर में घुसी पुलिस

प्रतापगढ़ के लाखीपुर कप्सा में एक सनकी पिता ने अपनी 21 वर्षीय बेटी को चार दिनों तक घर की छत पर बंधक बनाए रखा। पुलिस और ग्रामीणों ने उसे बचाने का प्रयास किया लेकिन आरोपी पिता ने उन पर पत्थर से हमला किया। भारी पुलिस बल ने देर रात तक बेटी को उसके चंगुल से बचाने में लगी रही। पुलिस जान जोखिम में डालकर युवती को बचाने में जुटी है।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Mon, 23 Sep 2024 10:25 PM (IST)
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भारी पुलिस बल देर रात तक बेटी को उसके चंगुल से बचाने में लगी रहा।

संवाद सूत्र, दयालगंज/प्रतापगढ़। सनकी अधेड़ पिता अपनी 21 साल की बेटी को कुल्हाड़ी के बल पर चार दिन से दो मंजिले घर की छत पर बंधक बनाए रहा। उसे मुक्त कराने का प्रयास करने वालों पर वह पत्थर से हमला भी करता रहा। सोमवार को उसके इस अन्याय का पता चलने पर खलबली मच गई। भारी पुलिस बल देर रात तक बेटी को उसके चंगुल से बचाने में लगी रहा।

छत के किनारे लेटी थी बेटी

पट्टी के लाखीपुर कप्सा गांव का 55 साल का श्याम गौतम कुछ साल से मानसिक रूप से विक्षिप्त चल रहा है। वह अपने परिवार के सदस्यों से क्रूरता करता है। उसकी छोटी बेटी 21 साल की नीता गौतम को गांव के लोगों ने सोमवार को सुबह करीब 10 बजे छत के किनारे की ओर लेटा देखा तो चौंक गए। 

जब घर के नजदीक गए तो पूरे मामले का पता चला। उसका पिता श्याम गौतम कुल्हाड़ी लेकर उसके आसपास घूम रहा था। पहले गांव के लोगों ने उसे समझाया। ऐसा न करने को कहा, लेकिन वह नहीं माना। कुछ लोग सीढ़ी लगाने का प्रयास किए तो उसने बेटी की गर्दन पर कुल्हाड़ी रख दी तो लोग पीछे हो गए। 

इस पर लोगों ने उसकी पत्नी सावित्री को फोन से सूचना दी। उसको भी सनकी ने चार दिन पहले पीटकर भगा दिया था। बेटी पर जुल्म सुन वह मायके से भागती आई। इसके बाद उसने पुलिस को बताया। अजब-गजब घटना को सुन पुलिस अवाक रह गई। 

इसके बाद रेस्क्यू करने पहुंची पुलिस पर भी वह पत्थर फेंकने लगा। फायर ब्रिगेड को बुलाया गया। वह भी सफल नहीं हुई। मौके पर भारी भीड़ लग गई। रात 10 बजे तक उसके घर के पास सैकड़ों लोग थे। 

चारपाई का सहारा ले रहे लोग

लोग पत्थरों से बचने के लिए चारपाई के पीछे छिपकर उसके घर की ओर बढ़ रहे थे। आरोपित श्याम गौतम ने अपना घर अजब ढंग से बनवाया है। छह दरवाजे लगे हैं। सबको तोड़कर किसी तरह अंदर जाने में पुलिस लगी रही। 

इधर, कड़ी धूप में धमकाकर लिटाए जाने से नीता की हालत मरणासन्न हो गई। देर रात तक रेस्क्यू चलता रहा। सनकी पिता को डराने को नीचे से ग्रामीण भी पत्थर चला रहे थे। ऊपर से वह हमला कर रहा था। 

श्याम के ऐसे ही सनकीपन व जुल्म सितम के कारण दो साल पहले उसकी बड़ी बेटी की मौत हो गई थी। उसका कोई बेटा नहीं है। घर पर किराने की छोटी सी दुकान भी चलाता था। इसकी सनकी हरकतों के कारण वहां कोई नहीं आता था। 

सीओ पट्टी एके राय ने बताया कि पुलिस ने जान जोखिम में डालकर युवती को बचाने का प्रयास किया। आरोपी पिता पर कार्रवाई की जाएगी।

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