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Pratapgarh News: धूप में खड़ी करा दी बच्चों से भरी अनफिट स्कूल बस, एआरटीओ की कार्रवाई से हंगामा

प्रतापगढ़ के जगेशरगंज में एआरटीओ प्रवर्तन ने स्कूली बस को रोका जिसका परमिट बीमा और फिटनेस 2021 से नहीं था। बस को खड़ा कर दिया गया जिससे बच्चे और स्टाफ परेशान हो गए। हंगामा हुआ जिसे पुलिस ने शांत कराया। स्कूल प्रबंधन ने हंगामा करने वाले युवक के खिलाफ केस दर्ज करने के लिए तहरीर दी। बच्चों को दूसरे वाहन से घर पहुंचाया गया।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Mon, 23 Sep 2024 08:56 PM (IST)
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एआरटीओ कार्यालय परिसर में खड़ी बच्चों से भरी बस। जागरण

संवाद सूत्र, जगेशरगंज/प्रतापगढ़। चेकिंग के दौरान स्कूली बस का परमिट समेत प्रपत्र न होने पर उसे रोक लिया गया। इसके बाद उस बस को लाकर एआरटीओ कार्यालय परिसर में खड़ा कर दिया गया। इस दौरान छोटे-छोटे बच्चे व स्टाफ उमस भरी गर्मी में परेशान हो उठे। इस पर लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। 

इस दौरान कई और लोग भी इसमें शामिल हो गए। पुलिस ने हंगामा करने वालों को शांत कराया। दूसरे वाहन से बच्चों को घर पहुंचाया गया। इस मामले में खास बात यह भी रही कि स्कूल प्रबंधन ने बच्चों को धूप से हटाने के लिए हंगामा करने वाले युवक के खिलाफ केस दर्ज करने को तहरीर दे दी।

विभाग ने चलाया है अभियान

स्कूलों में मानक विहीन बसें चलती हैं। इसको लेकर परिवहन विभाग द्वारा स्कूल संचालकों को लगातार नोटिस भेजी जा रही है। इस पर रोक लगाने के लिए विभाग द्वारा 15 दिवसीय अभियान चला रखा है। इसी अभियान के क्रम में सोमवार को एआरटीओ प्रवर्तन डा. दिलीप कुमार गुप्ता अनफिट स्कूली वाहनों की चिलबिला-अमेठी राजमार्ग पर दोपहर दो बजे चेकिंग कर रहे थे। 

इस दौरान गड़वारा मोड़ के पास बिहारगंज की तरफ से बच्चों से भरी जनता टेनिकल जूनियर हाईस्कूल की बस आ रही थी। इस दौरान उन्होंने बस को रुकवाया। प्रपत्र चेक किया तो पता चला कि बस का 2021 से फिटनेस, बीमा और उसका परमिट नहीं है। इस पर एआरटीओ ने 500 मीटर दूर एआरटीओ कार्यालय परिसर में बस को लाकर खड़ी करा दी। 

बस में स्कूली बच्चे और शिक्षिकाएं भी थीं। तेज धूप व उमस होने से बच्चे व शिक्षिकाएं परेशान हो गईं। इसी बीच एक बच्चे के परिवार का सदस्य होने का दावा करते हुए अंकुर सिंह नामक युवक इसका वीडियो बनाते हुए हंगामा करने लगा। 

हंगामा के दौरान कार्यालय परिसर में कुछ बाहरी अराजक तत्व भी आ गए और हंगामा करने लगे। कुछ लोग धूप में खड़ी बस में बैठे बच्चों को बच्चों के लिए पानी और बिस्किट लाने लगे। काफी भीड़ जमा हो गई। 

मौके पर पहुंचे एआरटीओ चौकी प्रभारी व प्रवर्तन दल के सिपाहियों ने मामले को शांत कराया। एआरटीओ प्रवर्तन ने दूसरे वाहन से बच्चों को घर भेजवाया। आधे घंटे बाद मामला शांत हुआ। 

एआरटीओ प्रवर्तन डा. दिलीप कुमार गुप्ता ने बताया कि बस का 2021 से फिटनेस, बीमा और परमिट नहीं था। ऐसे वाहन से बच्चों को ले जाना गलत है। इसलिए वाहन को रोका गया और स्कूल प्रबंधन द्वारा दूसरे वाहन की व्यवस्था कर बच्चों को पहुंचाने के लिए रवाना किया गया। 

नियमों के अनुसार, कार्रवाई की जा रही है। कुछ अराजक तत्व द्वारा अज्ञात कारणों से बस को छुड़ाने के लिए अथवा कोई कार्रवाई न होने देने के लिए दबाव बनाया गया। उनके द्वारा स्कूल प्रबंधन को भी धमकाया गया। इस संबंध में हंगामा करने वाले युवक के विरुद्ध केस दर्ज कराने के लिए स्कूल प्रबंधन द्वारा एआरटीओ चौकी में तहरीर दी गई है।

स्कूल के व्यवस्थापक ऋषि सिंह द्वारा अंकुर सिंह के खिलाफ उकसाने और माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया गया है। मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

-केशव प्रसाद यादव, एआरटीओ चौकी प्रभारी

स्कूल की छुट्टी होने के बाद हम लोग बच्चों के साथ स्कूली वाहन से घर जा रहे थे। बस को एआरटीओ प्रवर्तन ने गड़वारा मोड़ के पास रोक लिया। धूप में बस को खड़ी कर दिया गया। भूख और प्यास से बच्चे और हम सभी लोग भी परेशान हो गए। बच्चे भी सहम गए, मगर एआरटीओ को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा।

-अनीता सिंह, शिक्षिका

विद्यालय प्रबंधन से कोई संबंध नहीं

स्कूल के प्रिंसिपल संतोष कुमार मिश्रा का कहना है कि विद्यालय में बच्चों की संख्या कम होने के कारण बस विद्यालय में खड़ी करा दी गई। बस को संचालित नहीं किया जा रहा था। इस बार संख्या बच्चों की अधिक होने के कारण वाहन को संचालित किया गया। 

वाहन का प्रपत्र सही कराने के लिए एआरटीओ कार्यालय में आवेदन किया गया था। चेकिंग के दौरान बस पकड़ ली गई तो विद्यालय में सूचना दी गई। विद्यालय के स्टाफ और बच्चों को घर पहुंचाने के लिए दूसरे वाहन को भेजा गया। जब स्टाफ मेरा पहुंचा तो देखा कि अंकुर सिंह और कुछ अज्ञात अराजक तत्वों द्वारा हंगामा किया जा रहा था। विद्यालय से इन लोगों का कोई संबंध नहीं है।

पूर्व विधायक ने परिवहन मंत्री से की शिकायत

पूर्व विधायक बृजेश सौरभ ने परिवहन मंत्री को पत्र लिखकर एआरटीओ प्रवर्तन की शिकायत की है। भाजपा नेता एवं पूर्व विधायक ने परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह को पत्र भेजकर बताया है कि सोमवार को एआरटीओ प्रवर्तन दिलीप कुमार गुप्ता ने बच्चों से भरी एक स्कूली बस को पकड़ कर एआरटीओ कार्यालय ले जाकर खड़ी करा दी। प्रचंड गर्मी की वजह से बस में सवार कई बच्चों की तबीयत खराब हो गई। 

हालांकि, अभिभावकों के विरोध करने पर उन्होंने घंटों बाद बस को छोड़ दिया। इस मामले को लेकर जब एआरटीओ से बात की तो वह अभद्र भाषा का प्रयोग करना शुरू कर दिया। 

पूर्व विधायक ने मंत्री को भेजे पत्र में आरोप लगाया है कि खनन की ओवरलोड ट्रकों से धन उगाही करके एआरटीओ भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने एआरटीओ के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने की अपेक्षा की है।

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