बिहार से पांच गुना दाम पर गांजा बेचने यूपी आया तस्कर, दिल्ली तक करता था सप्लाई; बस एक गलती और पुलिस ने किया गिरफ्तार
पांच गुना कमाई के चक्कर में बिहार से गांजा लाकर वाराणसी बेचने आए दो तस्करों को लंका पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से 40 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ जिसकी कीमत 80 लाख रुपये बताई जा रही है। तस्करों के पास से पुलिस ने बिना नंबर की बाइक भी बरामद किया। स्थानीय तस्कर उसे नशा करने वालों को दोगुनी कीमत पर बेचते हैं
जागरण संवाददाता, वाराणसी। पांच गुना कमाई के चक्कर में बिहार से गांजा लाकर वाराणसी बेचने आए दो तस्करों को लंका पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से 40 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ जिसकी कीमत 80 लाख रुपये बताई जा रही है। तस्करों के पास से पुलिस ने बिना नंबर की बाइक भी बरामद किया।
डीसीपी काशी जोन आरएस गौतम ने बताया कि पकड़े गए दोनों बदमाशों की पहचान बिहार के कैमूर निवासी विकास कुमार व सिराज के रूप में हुई। दोनों ने गांजा तस्करी की बात स्वीकार करते हुए पुलिस को बताया कि बिहार से दो हजार रुपये प्रति किलो के हिसाब से गांजा खरीदकर उसे दस हजार रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेच देते हैं।
स्थानीय तस्कर उसे नशा करने वालों को दोगुनी कीमत पर बेचते हैं। इस तरह सभी की मोटी कमाई होती है।
कई जिलों में पहुंचाया नशा
तस्करों ने बताया कि लंबे समय से गांजा की तस्करी करते हैं। वाराणसी में मौजूद तस्करों को गांजा देते हैं। इसके साथ ही मीरजापुर व चंदौली में गांजा बेचते हैं। तस्करी के लिए बिना नंबर की बाइक का इस्तेमाल करते हैं। दोनों ने प्राइवेट वाहन में सवार होकर दिल्ली तक गांजा पहुंचाया है।
पुलिस तस्करों के आपराधिक इतिहास के साथ तस्करी के लिए इस्तेमाल की जा रही बाइक के बारे में भी जानकारी जुटा रही है। गांजा के साथ पकड़े गए तस्करों ने बताया कि उनके निशाने पर युवा हैं। स्थानीय तस्करों के साथ कई युवाओं से सीधे संपर्क करके उनको गांजा उपलब्ध कराते हैं। इससे उनकी अच्छी कमाई होती है और पकड़े जाने का रिस्क भी कम रहता है।
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