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मंडुआ बिस्कुट और ताम्र उत्पादन को मिलेगा बाजार

एमएसएमई विभाग से चिह्नित दो उत्पादों को सरकार बढ़ावा देने जा रही है। जिले के मंडुआ बिस्कुट और ताम्र शिल्प उत्पाद को योजना के तहत चिह्नित किया गया है। स्थानीय उत्पादों को बाजार मिलेगा और ग्रामीणों की आíथकी समृद्ध होगी।

By JagranEdited By: Updated: Fri, 29 Oct 2021 05:07 PM (IST)
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मंडुआ बिस्कुट और ताम्र उत्पादन को मिलेगा बाजार

घनश्याम जोशी, बागेश्वर

एक जनपद दो उत्पाद योजना का शासनादेश जारी हो गया है। एमएसएमई विभाग से चिह्नित दो उत्पादों को सरकार बढ़ावा देने जा रही है। जिले के मंडुआ बिस्कुट और ताम्र शिल्प उत्पाद को योजना के तहत चिह्नित किया गया है। स्थानीय उत्पादों को बाजार मिलेगा और ग्रामीणों की आíथकी समृद्ध होगी। मुनार के मंडुवा, चौलाई के बिस्कुट का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में जिक्र किया था। 2012 में आजीविका परियोजना के अधिकारियों ने क्षेत्र में जाकर लोगों को मंडुआ का महत्व बताया और इनसे रोजगार पैदा करने के टिप्स दिए। इससे प्रेरित होकर क्षेत्र की महिलाओं ने समूह के माध्यम से मां चिल्ठा आजीविका स्वायत्तता सहकारिता की स्थापना की। गांव के लोग आजीविका परियोजना की ओर से गठित इस सहकारिता समूह से जुड़े हैं। संस्था के अध्यक्ष तारा ताकुली ने बताया कि मेकिग, पैकिग और मार्केटिग का कार्य पूरी तरह से महिलाओं के हाथ में है। अब बाजार और उचित दाम मिल सकेंगे। वहीं खरेही पट्टी के खर्कटम्टा गांव तांबे के बर्तनों के लिए जाना जाता है। अभी भी कई परिवार ताम्र व्यवसाय से जुड़े हैं। ताम्र शिल्प उत्पाद योजना में चिह्नित होने के बाद जिले को लाभ मिलेगा। शिल्प कारीगर सुंदर लाल ने बताया कि काम काफी कम है। गांव में अब तीन ही परिवार इस काम को करते हैं। लेकिन अब फिर से उम्मीद जगी है। अन्य युवा वर्ग भी योजना का लाभ उठा सकेंगे। कहा कि उनका यह पुश्तैनी काम है। आजादी से पहले खर्कटम्टा समेत जोशीगांव, देवलधार, टम्टयूड़ा, बिलौना आदि गांवों में ताम्र शिल्पी, तांबे से परंपरागत तरीके के उपयोगी बर्तन गागर, तौले, वाटर फिल्टर के साथ ही पूजा, धाíमक अनुष्ठान एवं वाद्ययंत्र, तुरही, रणसिघी बनाते आ रहे हैं। पूर्व मंत्री राम प्रसाद टम्टा ने कहा कि ताम्र शिल्प उत्पाद स्वरोजगार को आगे बढ़ाएगा।

मंडुआ बिस्कुट और ताम्र शिल्प उत्पाद का चयन एक जनपद दो उत्पाद के रूप में हुआ है। स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार के नए आयाम बनेंगे। उद्यमियों को बाजार और बेहतर मूल्य मिलेगा। सरकार की यह योजना महत्वाकांक्षी है। - विनीत कुमार, डीएम, बागेश्वर