अंतरराष्ट्रीय नशा तस्कर बनमीत नरुला को ईडी ने किया गिरफ्तार, स्पेशल कोर्ट में किया गया पेश, सात दिन की रिमांड पर भेजा
International drug smuggler Banmeet Narula Arrested अंतरराष्ट्रीय नशा तस्कर बनमीत नरुला को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार शाम गिरफ्तार कर लिया। इस मामले से जुड़े बनमीत के भाई परमिंदर सिंह नरुला को भी अप्रैल में ईडी गिरफ्तार कर चुकी है। नरुला को गुरुवार को स्पेशल ईडी कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे सात दिन की ईडी की कस्टडी रिमांड में भेजा गया।
जागरण संवाददाता, देहरादून: International drug smuggler Banmeet Narula Arrested: अंतरराष्ट्रीय नशा तस्कर बनमीत नरुला को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार शाम गिरफ्तार कर लिया। कुछ दिन पहले वह अमेरिका से जमानत पर छूटकर भारत आया था। नरुला को गुरुवार को स्पेशल ईडी कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे सात दिन की ईडी की कस्टडी रिमांड में भेजा गया। इस मामले से जुड़े बनमीत के भाई परमिंदर सिंह नरुला को भी अप्रैल में ईडी गिरफ्तार कर चुकी है।
बनमीत नरुला हल्द्वानी का रहने वाला है। वह डेढ़ दशक से यूरोप और अमेरिका में सक्रिय था। डार्क वेब मार्केट पर उसने करोड़ों डालर का ड्रग्स का कारोबार किया। वर्ष 2019 में नरुला की हरकतें अमेरिकी सरकार को पता चलीं। इसके बाद उसे वर्ष 2019 में ही लंदन में गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तारी के बाद उसे अमेरिका प्रत्यर्पित कर दिया गया। वहां कोलंबिया कोर्ट में उस पर मुकदमा चला और वर्ष 2022 में उसे सात साल कैद व 50 लाख डालर के जुर्माने की सजा सुनाई गई। नरुला को गत अप्रैल में अमेरिकी कोर्ट से जमानत मिल गई और उसे भारत के लिए डिपोर्ट कर दिया गया, लेकिन भारत आते ही वह अंडरग्राउंड हो गया।
बनमीत के भारत आने की खबर ईडी को लगी तो एजेंसी ने गत 26 अप्रैल को उसके घर पर छापा मारा। वहां घंटों पूछताछ और पड़ताल के बाद बनमीत के छोटे भाई परमिंदर नरुला को गिरफ्तार कर लिया गया। परमिंदर से भी ईडी ने करीब 10 दिन तक कड़ी पूछताछ की। इसी बीच पता चला कि बनमीत अपने घर पहुंच गया है। इस पर ईडी ने उसे पूछताछ के लिए देहरादून कार्यालय बुलाया था।
यहां उससे करीब सात घंटे पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। ईडी ने बनमीत को स्पेशल कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे सात दिन की रिमांड पर भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि अभी ईडी नरुला बंधुओं के परिवार की संपत्तियों की भी जांच कर रही है। जल्द ही संपत्तियों को अटैच करने की कार्रवाई भी की जा सकती है।