जागरण संवाददाता, हल्द्वानी । Uttarakhand Crime News: पुलिस को चकमा देकर फरार होने वाले नैनीताल दुग्ध संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा के हल्द्वानी के ऊंचापुल स्थित किराए के मकान और पहाड़ के पैतृक घर में शुक्रवार को लालकुआं कोतवाली की टीम कुर्की के लिए पहुंच गई। किराए के मकान एसी, फ्रिज समेत अन्य सामान जब्त किया गया, जबकि पैतृक घर से दीवान बेड, अलमारी और घरेलू सामान उठाया गया।
दोनों घरों से दो पिकअप में सामान को भरने के बाद लालकुआं कोतवाली में लाया गया।
दुग्ध संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा पर एक महिला से दुष्कर्म और उसकी नाबालिग बेटी संग छेड़खानी करने के आरोप में लालकुआं थाने में मामला दर्ज है। गिरफ्तारी के डर से बोरा फरार चल रहा है, जबकि पुलिस का दावा है कि वो लगातार तलाश में जुटी है, लेकिन कोई सुराग नहीं मिल रहा।
यह भी पढ़ें - इंतजार खत्म! 23 सितंबर से Rishikesh में शुरू होगी रिवर राफ्टिंग, इस बार तीन हफ्ते देरी से शुरुआत
वहीं, गुरुवार को इस मामले में नया मोड़ आ गया। बोरा ने नेपाल भागने के लिए परिवहन विभाग के एक अधिकारी के माध्यम से टैक्सी मंगवाई। इसके बाद मास्क पहन गाड़ी में बैठ गया, लेकिन पुलभट्टा बार्डर पहुंचते ही टैक्सी चालक को भनक लग गई कि सवार व्यक्ति मुकेश बोरा है।
दुष्कर्म व पाक्सो मामले का आरोपित गाड़ी से कूद फरार हो गया।
शुक्रवार को लालकुआं कोतवाल डीएस फर्त्याल के नेतृत्व में एक टीम उसके ऊंचापुल स्थित किराये के घर में कुर्की को पहुंच गई। यहां से एसी, फ्रीज, कूलर, सोफे, बेड आदि सामान को जब्त कर लिया गया। जबकि एसएसआइ हरेंद्र नेगी च्यूरीगाड़ स्थित पैतृक गांव पहुंचे थे। यहां से पुलिस ने अलमारी, सोफा, दीवान बेड, बिस्तर समेत अन्य सामान उठा लिया।
एसएसबी से मांगी मदद, खुद दिल्ली-उप्र घूम रही पुलिस
नैनीताल दुग्ध संघ लालकुआं अध्यक्ष मुकेश बोरा के नैनीताल भागने की आशंका भी है। इसलिए सीमा सशस्त्र बल के अधिकारियों तक को उसकी फोटो व जानकारी दी गई है। ताकि वो बार्डर पार न कर सके। इसके अलावा पांच टीमें उसकी तलाश में उत्तर प्रदेश और दिल्ली की तरफ भेजी गई है।
कुर्की के दौरान न्यायालय पहुंची बोरा की पत्नी
न्यायालय से बोरा के घर की कुर्की का आदेश आने के बाद उसकी पत्नी पार्वती बोरा ने पोक्सो न्यायालय में याचिका दायर कर उसके निजी सामान की कुर्की नही करने की गुहार लगाई, लेकिन न्यायालय ने उसकी याचिका खारिज कर दी। बोरा की पत्नी ने न्यायालय में प्रार्थना पत्र देते हुए कहा कि मकान उसके नाम से किराए पर है।
यह भी पढ़ें - उत्तराखंड के चार छात्रों का National Inspire Award के लिए चयन, देशभर से लगभग आठ लाख बच्चों ने किया आवेदन
लिहाजा मकान में जो भी सामान है, वह मुकेश बोरा का नहीं, बल्कि उसका है। इसलिए उसकी कुर्की न की जाए, लेकिन कोई से उसे कोई भी राहत नही मिल पाई। और पुलिस घर का सारा सामान कुर्की करके ले आई। पीड़ित पक्ष के अधिवक्ता अंशुल लौशाली ने बताया कि बोरा की पत्नी ने न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया था, लेकिन सरकारी वकील की दलीलों के बाद उन्हें राहत नही मिल सकी।
पुलिस को चकमा दे रहा है बोरा
मुकेश बोरा को जिस तरह राजनीति में महारथ हासिल है, उसी तरह वह पुलिस को चकमा देने में भी काफी शातिर है। वह हर कदम फूंक-फूंक कर रख रहा है। यही कारण है कि पुलिस उसे 20 दिन बाद भी गिरफ्तार नहीं कर सकी है। बोरा के विरुद्ध उसकी सहकर्मी ने एक सितंबर को प्राथमिकी कराई थी।
इसके बाद से ही उसने अपने दोनों नंबर बंद कर लिए थे, मगर बोरा अपने अधिवक्ताओं व करीबियों के संपर्क में रहा। गुरुवार को जब पुलिस उसके काफी करीब थी तो उसने पुलिस को फिल्मी अंदाज में चकमा देकर फरार हो गया।
पुष्ट सूत्रों के अनुसार गुरुवार को पुलिस अल्मोड़ा से ही पीछे लगी थी। पुलिस को पता चला कि वह कार से भीमताल के एक रेंस्टोरेंट में पहुंचा है। पुलिस कार की रेकी करने लगी। तभी बोरा को भनक लग गई और वह दूसरे कार से फरार हो गया।
इसके अलावा बोरा ने अपने दोनो नंबर बंद करने के बाद अपने पास करीबियों के नंबर रखे है। अल्मोड़ा में उसने किसी और के नाम से नंबर लिया था। पुलिस उस नंबर तक पहुंची ही थी कि उसने नंबर को भी बंद कर दिया। परिवहन विभाग के अधिकारी से भी उसने किसी दूसरे नंबर से बात की।
पता चला है कि उसके साथ लंबे बालों वाला एक युवक भी है। जो उसके लिए नंबरों व अन्य संसाधनों की व्यवस्था कर रहा है। पिछले दिनों उसके द्वारा दुग्ध संघ में नौकरी लगाए गए च्यूडीगाड़ के एक युवक से उसने एक नंबर पर 11500 रुपये भी डलवाए थे।
पुलिस की पूछताछ में युवक ने बताया कि किसी परिचित ने मेरे नंबर में पैसे ट्रांसफर किए और एक क्यूआर कोड देकर उसमें भेजने को कहा। राजनीति में भी बोरा ने नैनीताल दुग्ध संघ की अध्यक्ष पद की कुर्सी पर र्निर्विरोध कब्जा जमाकर अपने सारे विरोधियों को मात दी थी।
परिवहन विभाग के अधिकारी समेत कई लोगों से चल रही है पूछताछ
दुष्कर्म व पाक्सों के आरोपित मुकेश बोरा के संपर्क में आए परिवहन अधिकारी समेत कई अन्य लोग भी पुलिस की रडार में है। पुलिस ने पिछले दो दिन में नैनीताल दुग्ध संघ के कर्मचारियों, अधिकारियों समेत बरेली रोड़, चोरगलिया, भीमताल, च्यूडीगाढ़ समेत करीब एक दर्जन लोगों को पूछताछ के लिए कोतवाली बुलाया।
बोरा के फरार होने के लिए गाड़ी की व्यवस्था करने वाले परिवहन विभाग के अधिकारी को भी कोतवाली में बैठाया। इसके साथ ही कई करीबी लोगों के मोबाइल भी सर्विलांस में लगाए गए है।