Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Uttarkashi News: उत्तरकाशी के 155 गांवों में नहीं हैं पंचायत भवन, जैसे-तैसे चल रहा है काम

Uttarkashi News उत्तरकाशी में 155 गांव ऐसे हैं जिनमें पंचायत भवन नहीं हैं। जिले की छह विकासखंड 508 पंचायतों में से 155 प्रतिशत ग्राम पंचायतों के पास अब तक अपना ग्राम पंचायत भवन नहीं है। ग्राम पंचायत भवन में होने वाले कार्य जैसे-तैसे दूसरे कार्य या तो प्रधान के घर पर चलते हैं या फिर स्कूल परिसर में चल रहे हैं। ऐसे में परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है।

By Jagran NewsEdited By: Swati SinghUpdated: Wed, 06 Sep 2023 03:56 PM (IST)
Hero Image
उत्तरकाशी के 155 गांवों में नहीं हैं पंचायत भवन, जैसे-तैसे चल रहा है काम

उत्तरकाशी, जागरण संवाददाता। उत्तराखंड में विकास की बात तो की जा रही है, लेकिन यहां कई ऐसे गांव हैं जहां अभी तक मूलभूत सुविधाएं नहीं पहुंच पाई हैं। उत्तरकाशी की बात करें तो यहां 155 गांव ऐसे हैं जिनमें पंचायत भवन नहीं हैं। जिले की छह विकासखंड 508 पंचायतों में से 155 प्रतिशत ग्राम पंचायतों के पास अब तक अपना ग्राम पंचायत भवन नहीं है।

ग्राम पंचायत भवन में होने वाले कार्य जैसे-तैसे दूसरे कार्य या तो प्रधान के घर पर चलते हैं या फिर स्कूल परिसर में चल रहे हैं। ऐसे में पंचायत भवन नहीं होने से परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है। ग्राम पंचायत को देश की सबसे छोटी सरकार मना जाता है और ग्राम पंचायत को देश के विकास की प्रथम सीढ़ी माना जाता है।

पंचायत भवन क्यों है जरूरी

ग्राम पंचायत के अंतर्गत जितने भी विकास कार्य होते हैं। उसके लिए ग्राम पंचायत के प्रधान सहित सभी पंचायत सदस्यों का अनुमोदन और प्रस्ताव जरूरी होता है। ये सभी बैठकें ग्राम पंचायत के भवन में ही होती हैं। ग्राम पंचायत भवन में एक बैठक हाल, दो कार्यालय कक्ष, कर्मी आवास, बरामदा व शौचालय होता है।

पंचायत भवन के अभाव में जैसे तैसे हो रहा काम

ग्राम पंचायत से संबंधित सभी दस्तावेज ग्राम पंचायत भवन में ही रखे जाते हैं। जहां ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी बैठ कर ग्रामीणों के जरुरी दस्तावेज और समस्याओं का सामाधन करते हैं। परंतु जिन ग्राम पंचायत के पास पंचातय भवन नहीं हैं वहां बैठक करवाने के लिए भी सुचित स्थान नहीं है। जनपद उत्तरकाशी के डुंडा ब्लाक में 38 ग्राम पंचायतों के पास पंचायत भवन नहीं हैं।

अधिकारी ने कही ये बात

ग्राम पंचायत भवन के लिए करीब 20 लाख की धनराशि आवंटित होती है। 10 लाख रुपये केंद्र सरकार से आते हैं। जबकि 10 लाख रुपये मनरेगा और राज्यवित्त से दिए जाने का प्रावधान है। पंचायत भवन के लिए केंद्र सरकार से बजट मांगा हुआ है। बजट मिलने पर शेष ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन निर्माण करवाया जाएगा। निर्माण की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत को ही दी जाती है। -गौरव कुमार, मुख्य विकास अधिकारी उत्तरकाशी

ऐसी है पंचायत भवनों की लिस्ट

ब्लाक......ग्राम पंचायत.......पंचातय भवन

मोरी..............68............... 34

पुरोला............43............... 22

नौगांव............131.............. 103

डुंडा ..............101............... 64

चिन्यालीसौड़.....81.............. 63

भटवाड़ी ...........84............... 67

कुल ..............508..............353