रेलवे ट्रैक पर बिछी थी लोहे की चादर, लोको पायलट की सतर्कता से बची हजारों लोगों की जान; तीन गिरफ्तार
Stones on Railway Tracks सिलीगुड़ी से अलीपुरद्वार को जोड़ने वाले रेलमार्ग पर सेवक और उदलाबाड़ी स्टेशन के बीच मंगपो के पास रेलवे ट्रैक पर लोहे के चादरें रखी हुई थीं। कामाख्या आनंदविहार एक्सप्रेस के लोको पायलट ने इसे देखकर ट्रेन रोकी और रिपोर्ट किया। कुछ देर पहले उसी ट्रैक पर कैपिटल एक्सप्रेस गुजरी थी। उसके लोको पायलट ने भी यही रिपोर्ट दी।
जेएनएन,सिलीगुड़ी। रेलवे ट्रैक पर लोहे की चादर रखने वाले तीन अपराधियों को मालबाजार इलाके से गिरफ्तार किया गया है। यह लोग रेलवे के परिसरों से चोरी करते थे और रेलवे ट्रैक पर इसलिए रख देते थे ताकि उनके टुकड़े हो जाएं।
लोको पायलट ने किया मामले को रिपोर्ट
सिलीगुड़ी से अलीपुरद्वार को जोड़ने वाले रेलमार्ग पर सेवक और उदलाबाड़ी स्टेशन के बीच मंगपो के पास रेलवे ट्रैक पर लोहे के चादरें रखी हुई थीं। कामाख्या आनंदविहार एक्सप्रेस के लोको पायलट ने इसे देखकर ट्रेन रोकी और रिपोर्ट किया। कुछ देर पहले उसी ट्रैक पर कैपिटल एक्सप्रेस गुजरी थी। उसके लोको पायलट ने भी यही रिपोर्ट दी।
रेलवे ट्रैक पर पत्थर रखने के कई मामले आ चुके हैं सामने
रेलवे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने बताया कि इलाके के अपराधी रेलवे की लोहे की सामग्री चोरी करते थे। उनके छोटे-छोटे टुकड़ों में करने के लिए रेलवे की ट्रैक पर रख दिया था। देश के विभिन्न इलाकों में रेलवे ट्रैक पर लोहे और पत्थर रखकर ट्रेन दुर्घटना कराने के षडयंत्र चल रहे हैं। सभी लोको पायलट को सतर्क किया गया है। इसी सतर्कता की वजह से यहां दुर्घटना टल गई।